केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्व सीएम हरीश रावत पर साधा निशाना, गिनाई योजनाएं, नहीं की कोई नई घोषणा

उन्होंने केंद्र की मदद से चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं का उल्लेख किया। बताया कि पांच साल के भीतर 85 हजार करोड़ की योजनाओं का प्रोजेक्ट उत्तराखंड में चलाए जा रहे हैं। मैने हिसाब दे दिया। अब कांग्रेस ने दस साल के भीतर क्या किया, इसका जवाब जनता को देना होगा। उन्होंने कहा कि मैं वादा करके जाता हूं कि एक मौका दे दीजिए, हर घर में खुशहाली पहुंचाने का काम हम करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा का साथ दीजिए, मोदी का विश्वास कीजिए। कोई गलत फैसला न करें।
अमित शाह ने कहा कि इस वीर भूमि की रचना करने का काम अटल बिहारी वाजपेयी जी ने किया। कितने शहीद हो गए, राज्य की मांग को लेकर। भाजपा भी यहां के युवाओं की इस मांग को लेकर संघर्ष करती रही। ये मत भूल जाना कि गोली किसने चलाई। आज भी कहना चाहता हूं, उत्तराखंड में जो कुछ भी काम बच गया है, पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में इसे समाप्त करने के लिए भाजपा कटिबद्ध है। इसके लिए भाजपा कभी पीछे नहीं हटेगी। इस मौके पर उन्होंने धन सिंह रावत की जमकर तारीफ की। कहा कि सहकारिता में जैसा मॉडल उन्होंने बनाया है, उसे पूरे देश को लागू करना चाहिए।
कांग्रेस पर भी हमला करते हुए उन्होंने कहा कि जब भी चुनावी सीजन आता है तो वे भी मैकअप करना शुरू करने लगते हैं। पूरे कपड़े सिला देते हैं। पांच साल कहां थे, पता नहीं। कोरोना आया पता नहीं। अब चुनाव आया तो धरना प्रदर्शन करने लगे। हरीश रावत का नाम लेकर कहा कि अपना कार्यकाल याद रखिये। डेनिस शराब का जवाब जनता को देना चाहिए। गरीब कल्याण के लिए क्या किया। इसका जवाब देना चाहिए। उन्होंने कहा कि रावतजी को चैलेंज देना चाहता हूं कि जो घोषणा पत्र बनाया था उस पर चर्चा कर लो। हो जाए चौराहे पर दो दो हाथ। कांग्रेस ने कभी भी लोक कल्याण का काम नहीं किया। उन्होंने कहा कि बड़े बड़े सवाल धामी पर उठाते हैं, पहले रावत साहब अपना स्टिंग आपरेशन देख लो।
उन्होंने कहा कि आपदा में मैने दौरा किया तो मैं आश्चर्यचकित हो गया कि यहां कुछ करने के लिए मेरे लिए कुछ बचा ही नहीं। सीएम और मुख्य सचिव पहले ही हर जगह का दौरा कर चुके थे। उन्हें हर प्वाइंट के बारे में पता था। उन्होंने पिछले कार्यों को गिनवाया। ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन सहित अन्य योजनाओं के लिए दिए गए धन का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि हमने पांच साल के भीतर उत्तराखंड में 85 हजार करोड़ रुपये विभिन्न योजनाओं के लिए दिए। अब कांग्रेस भी अपने पिछले दस साल का हिसाब दे दो।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस वाले जवाब दें कि उन्होंने 70 साल में क्या किया। हमने उज्जवला योजना में गरीब महिलाओं को गैस सिलेंडर दिया। लोगों के बैंक अकाउंट खोले। आपने मोदीजी को प्रधानमंत्री बनाया और उन्होंने एक ही झटके में वन रेंक वन पेंशन देने का काम कर दिया।
सीएम ने जताया आभार, गिनाई उपलब्धियां
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन में गृहमंत्री अमित शाह का आभार जताया। उन्होंने कहा कि शाह आपदा के दौरान राहत-बचाव कार्यक्रम का जायजा लेने के लिए रात डेढ़ बजे उत्तराखंड पहुंचे। उन्होंने पूरे दिन राज्य का भ्रमण किया। इसके लिए उत्तराखंडवासियों की ओर से आपका धन्यवाद। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री ने हमेशा ही उत्तराखंड की चिंता की है। साथ ही उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाई। बताया कि हमने अक्टूबर माह में ही कोरोना वैक्सीनेशन की पहली डोज देने का काम पूरा कर लिया। उन्होंने कहा कि हमने रोजगार की दिशा में कार्य किया। जो शिलान्यास किया, उसका लोपार्पण किया। जितनी घोषणाएं की उनके शासनादेश जारी किए। 24 हजार रिक्त पदों की भर्ती का फैसला लिया था। दस हजार से ज्यादा आवेदन निकाल लिए हैं। ग्राम प्रधानों का मानदेय डेढ़ हजार के बढ़ाकर साढ़े तीन हजार रुपये किया। युवाओं के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में ओपन जिम खोला जाएगा। इस मौके पर केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने भी विचार रखे।
जानिए क्या है घसियारी योजना
घसियारी योजना के तहत पशुपालकों को पशुआहार (साइलेज) के 25 से 30 किलो के वैक्यूम पैक्ड बैग उपलब्ध कराए जाएंगे। इससे दुधारू पशुओं के स्वास्थ्य में सुधार के साथ ही दुग्ध उत्पादन में 15 से 20 फीसद तक वृद्धि होगी। इस योजना के लागू होने से पशुओं के लिए चारा जुटाने के लिए महिलाओं के सिर से बोझ कम होगा और उनके समय और श्रम की बचत होगी।
नाराज हुई कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य
इससे पहले केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के जौलीग्रांट एयरपोर्ट आगमन पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने उनका स्वागत किया। इस अवसर पर विधायक खजानदास, मेयर ऋषिकेश अनीता ममगाईं, भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार, भाजपा के प्रदेश महामंत्री सुरेश भट्ट, कुलदीप कुमार, डीजीपी अशोक कुमार, जिलाधिकारी देहरादून डॉ. आर राजेश कुमार एवं डीआईजी जन्मेजय खंडूरी ने भी केंद्रीय गृह मंत्री का स्वागत किया। वहीं, सूची में नाम न होने पर मंत्री रेखा आर्य नाराज होकर एयरपोर्ट से वापस लौट गई थीं।
जनसभा के बाद अमित शाह बलवीर रोड स्थित भाजपा के प्रदेश कार्यालय गए और वहीं दोपहर का भोजन वहीं, किया। यहां भाजपा कोर ग्रुप के साथ बैठक भी थी। इसके लिए समय नहीं बचा और भोजन के दौरान ही उन्होंने नेताओं से चर्चा की। इसके बाद कार से जीटीसी हेलीपैड से हेलीकॉप्टर के जरिये रायवाला मिलिट्री स्टेशन हेलीपैड ऋषिकेश पहुंचे। शाम को देव संस्कृति विश्वविद्यालय शांतिकुंज हरिद्वार में एक कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। वह हरिहर आश्रम कनखल गए और वहां साधु संतों से मुलाकात की। इसके बाद वापस जौलीग्रांट हवाई अड्डा देहरादून पहुंचे और शाम करीब साढ़े सात बजे दिल्ली के लिए प्रस्थान किया।
संतों से मुलाकात, की पूजा अर्चना
केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को श्री हरिहर आश्रम, कनखल, हरिद्वार में जूनापीठाधीश्वर आचार्यमहामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानन्द गिरि से भेंट कर देव-दर्शन एवं पूजन-अर्चन किया। आचार्य महामण्लेश्वर स्वामी अवधेशानन्द गिरि ने गृह मंत्री श्री अमित शाह के साथ हिंदू धर्म आचार्य सभा के प्रमुख संत एवं शीर्षस्थ गणमान्य विभूतियों से आध्यात्मिक भेंट एवं अन्य बिन्दुओं पर चर्चा की।
स्वामी अवधेशानन्द गिरि ने कहा कि राष्ट्र के सकल अभ्युदय एवं विश्व-कल्याण की मंगलकामना के लिए अमित शाह ने श्रीहरिहर आश्रम पधार कर भगवान महामृत्युंजय महादेव एवं श्री पारदेश्वर महादेव के दर्शन और पूजन किए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, राज्यसभा सांसद व भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी, योगगुरु स्वामी रामदेव, गीता ज्ञान संस्थानम, कुरुक्षेत्र के प्रमुख गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानन्द, हिन्दू धर्म आचार्य सभा के संयोजक स्वामी परमात्मानन्द सरस्वती, पूज्य स्वामी निर्मलानंदनाथ जी महाराज, चुन चुन गिरि मठ (कर्नाटक), आचार्य कृष्णमणि, प्रमुख : कृष्ण प्रणामी संप्रदाय (गुजरात- राजस्थान), महामंडलेश्वर स्वामी विश्वेश्वरानंद सरस्वती, मुंबई( सुरत गिरि बँगला, हरिद्वार), उत्तराखंड पुलिस के डीजीपी अशोक कुमार जिला अधिकारी हरिद्वार विनय शंकर पांडे सहित अनेक गणमान्य विभूतियों की भी इसमें उपस्थिति रही।
हम बदलेंगे तो युग बदलेगाः अमित शाह
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह एवं उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को देव संस्कृति विश्वविद्यालय शान्तिकुंज के मृत्युंजय सभागार में में स्वर्ण जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में ‘मनुष्य में देवत्व का उदय, धरती पर स्वर्ग का अवतरण’ विषय पर आयोजित व्याख्यान माला में भाग लिया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मंत्रोच्चारण के बीच दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने समारोह में कहा कि गायत्री परिवार ने सनातन धर्म का पूरे विश्व में प्रचार-प्रसार किया। उन्होंने कहा कि गायत्री परिवार अपना स्वर्ण जयन्ती महोत्सव मना रहा है तथा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। उन्होंने कहा कि अच्छे कार्य होते हैं तो देश की संस्कृति को ऊर्जा मिलती है। हम ऐसी गतिविधियों का हमेशा समर्थन करते हैं।
अमित शाह ने कहा कि हम बदलेंगे तो युग बदलेगा। इससे आशावाद की भावना मजबूत होती है। उन्होंने कहा कि इससे विश्वास होता है कि युग परिवर्तन का रास्ता यही है, यहीं से हम गन्तव्य तक पहुंच सकते हैं। उन्होंने कहा कि करोड़ों गायत्री मंत्रों के उच्चारण से यहां दिव्य वातावरण बना है। इससे आनन्द व उत्साह दोनों बढ़ते हैं।
अमित शाह ने विश्वविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थिंयों की ओर इशारा करते हुए कहा कि आप सभी सौभाग्यशाली हैं कि आपको यहां अध्ययन करने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि भौतिक संसाधन तो डॉक्टर, इंजीनियर आदि भी जुटा लेते हैं, लेकिन वास्तविक शान्ति आध्यात्मिकता से जुड़ने से ही मिल सकती है।
गृह मंत्री ने आचार्य श्रीराम शर्मा का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने अपना पूरा जीवन का कालखण्ड गायत्री मंत्र को घर-घर तक पहुंचाने में लगा दिया। इसमें उनका बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने गायत्री मंत्र के 24 अक्षरों का उल्लेख करते हुए कहा कि गायत्री मंत्र के 24 अक्षर, 24 सद्ग्रन्थियों को जाग्रत करते हैं, जो हमें देवत्व की ओर ले जाते हैं। उन्होंने गायत्री मंत्र के महत्व का उल्लेख करते हुए कहा कि दिव्य गायत्री मंत्र का शुद्ध उच्चारण करने से यह आपको देवत्व की ओर ले जा सकता है। उन्होंने बताया कि मैं चार साल की आयु से गायत्री मंत्र का जाप कर रहा हूं।
उन्होंने ज्ञान का जिक्र करते हुए कहा कि संगीत, गणित आदि ज्ञान है, लेकिन उस ज्ञान का प्रयोग अगर स्व से समग्र की ओर करते हैं, तो बस वही सही ज्ञान है। उन्होंने कहा कि मानव जीवन की मूल भावना करूणा है।
ईश्वर ने हम सबको समान क्षमता व समान सद्ग्रन्थियां दी हैं, लेकिन आवश्यकता उन्हें जाग्रत करने की है। उन्होंने कहा कि गायत्री मंत्र का वेद सम्मत उच्चारण करने से जीवन में परिवर्तन आ जाता है। उन्होंने कहा कि आचार्य श्रीराम शर्मा जी द्वारा सद् संकल्पों को संकलित करने में बहुत बड़ा योगदान है।
आजादी का अमृत महोत्सव का जिक्र करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि देश की आजादी के लिए हमारे पूर्वजों ने काफी बलिदान दिये। उन्होंने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव संकल्प लेने का वर्ष है। उन्होंने कहा कि हम छोटे-छोटे संकल्प लेकर जैसे पानी बचाना, अन्न की बर्बादी रोकना आदि का संकल्प लेकर भारत को विश्वगुरू के पद पर स्थापित कर सकते हैं। देश में परिवर्तन की शुरूआत हुई है। परिवर्तन को गति तब मिलती है, जब देश का प्रत्येक नागरिक उससे जुड़ता है। आज देश मंे परिवर्तन दिखाई दे रहा है। श्री अमित शाह ने कहा कि देश में हम नई शिक्षा नीति लेकर आये हैं। इससे भविष्य में बहुत बड़ा बदलाव दिखाई देगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि गायत्री परिवार महामानव बनाने की टकसाल है, जो व्यक्ति अपनी संस्कृति को भूल जाता है, वह खुद को भी भूल जाता है। उन्होंने कहा कि हम सब लोग मिलकर आने वाले समय में उत्तराखण्ड को विश्व की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक राजधानी के रूप में बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति का मूल आधार सबका साथ, सबका विकास है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2025 में उत्तराखण्ड 25 वर्ष का हो जाएगा। आने वाले समय में हमें इसके लिए कार्य करना है।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डा0 प्रणव पंडया ने कहा कि यह सौभाग्य का क्षण है कि हम शांतिकुंज की 50वीं सालगिरह मना रहे हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 1971 में शांतिकुंज की स्थापना हुई थी। श्री पंडया ने कहा कि हमने मनुष्य में देवत्व के उदय की परिकल्पना की है। यहां सब परिवार की तरह कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि बड़ी-बड़ी बाधाओं को दूर करते हुए हमने अपनी यात्रा प्रारम्भ रखी है। हम भारत देश को ऐसा देश बनाना चाहते हैं, कि सारा विश्व भारत को नमन करे। समारोह में प्रतिकुलपति डॉ0 चिन्मय पाण्डेय ने भी ‘मनुष्य में देवत्व का उदय, धरती पर स्वर्ग का अवतरण’ विषय पर विस्तृत प्रकाश डाला।
इस अवसर पर केन्द्रीय गृह मंत्री को गंगाजलि एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित भी किया गया। केन्द्रीय गृह मंत्री एवं सहकारिता मंत्री ने अमित शाह ने देव संस्कृति विश्वविद्यालय शान्तिकुंज पहुंचने पर सबसे पहले शौर्य दीवार स्थल पर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। इस अवसर पर देव संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलपति, जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ0 योगेन्द्र रावत, गायत्री परिवार के सदस्य, विश्वविद्यालय के छात्रों सहित सम्बन्धित पदाधिकारीगण एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।