चुनाव प्रचार के साथ ही जनसमस्याओं को लेकर यूकेडी का संघर्ष जारी, दावाः खुशहाली का खाका केवल उक्रांद के पास
इन दिनों क्षेत्रीय दल उक्रांद चुनाव प्रचार के साथ ही क्षेत्रीय समस्याओ को लेकर भी संघर्ष करता नजर आ रहा है। दल का प्रतिनिधिमंडल अधिकारियों से मिल रहा है और उन्हें समस्याओं से अवगत करा रहा है।
यूकेडी के एक प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को नगर निगम के अपर आयुक्त से भेंट कर उन्हें समस्याओं से संबंधित ज्ञापन दिया। कहा गया है कि इस कोरोना के समय मे नगर निगम की ओर से न तो शहर को सैनिटाइज किया जा रहा है और न ही इस कड़कड़ाती ठंड में मुख्य जगहों पर अलाव की ही कोई व्यवस्था की जा रही है।
उक्रांद के केंद्रीय प्रवक्ता विजय बौड़ाई के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने नगर निगम के अपर आयुक्त से मिला। उन्होंने निगम प्रशासन पर देहरादून की जनता की उपेक्षा का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इस समय कोरोना के केस लगातार बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं, जिससे जनता पुनः एक बहुत परेशानी से जूझ रही है। वहीं, नगर निगम सोया हुआ है। केंद्रीय प्रवक्ता ने कहा कि नगर निगम को कोरोना के बढ़ते केसों को देखते हुये शीघ्र पूरे शहर में सैनिटाइजेशन का अभियान चलाना चाहिए था। ताकि कोरोना की रफ़्तार कम किया जा सके।
उन्होंने कहा कि पूरा शहर ठंड की जबरदस्त चपेट में है, लेकिन इस कड़कड़ाती ठंड में निगम की ओर से शहर में घंटाघर को छोड़कर कंही भी रात को अलाव की व्यवस्था नही की जा रही है। निगम बनने के बाद भी इसका क्षेत्र और भी बढ़ाया गया, लेकिन निगम की व्यवस्था अभी पूर्व की नगरपालिका क्षेत्र की भी नही है। उन्होंने कहा कि शहर के आसपास के क्षेत्रों में काफी मात्रा में फैक्ट्री हैं। जहां से लोगों का रातभर आनाजाना लगा रहता है। इसलिए मुख्य मुख्य चौराहों जैसे रायपुर, मिंयावाला, रिस्पना, कारगी, आइएसबीटी, मंडी, बल्लूपुर, प्रेमनगर, गढ़ी, राजपुर, आईटी पार्क, सहस्त्रधारा क्रासिंग, सर्वे चौक और धर्मपुर पर अलाव की व्यवस्था अनिवार्य रूप से की जानी आवश्यक हैं। प्रतिनिधिमंडल में विजेन्द्र रावत, कमलकांत, सागर पंवार ऐडबोकेट, भास्कर नेगी, दुरेंद्र सिंह रावत आदि मौजूद रहे।
उत्तराखंड में भाजपा मुद्दा विहीन, खुशहाली का खाका केवल उक्रांद के पास
उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय महामंत्री जयदीप भट्ट ने कहा कि उत्तराखंड के समग्र उन्नति एवं विकास का रोडमैप केवल उत्तराखंड क्रान्ति दल के पास है। दूसरी पार्टियों के पास मात्र सत्ता प्राप्त करने का मैप है। भाजपा और कांग्रेस के पास घोषणा पत्र के लिए मुद्दे नही हैं। उन्होंने कहा कि कहा कि दोनो प्रमुख पार्टीयों ने अभी तक राजधानी गैरसैंण का मुद्दा पिछले लगभग 22 वर्षों से उलझा रखा है। यह मुद्दा ज्यूँ का त्यूं है। दोनो कभी भी इस मुद्दे के प्रति गम्भीर नही हुए। अब इन दोनी राष्ट्रीय पार्टियों को इस मुद्दे को लेना और इस पर बात करने का बिल्कुल भी कोई हक नही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा अब जनता से मुद्दों के लिए रायशुमारी कर रही है, जबकि पाँच साल में कोई भी मुद्दे को हल नही कर पाई है। भाजपा के पास जनता के लिये कोई मुद्दे नही हैं। अर्थात भाजपा मुद्दा विहीन हो गयी है। उन्होंने कहा कि सख्त भू कानून का ही मुद्दा ले लीजिए। उत्तराखंड का सम्पूर्ण जनमानस उत्तराखंड में सख्त भू कानून चाहता है, लेकिन उत्तराखंड का जो भी भू कानून सख्त था, वो भी भाजपा सरकार ने 2018 में संशोधन कर बाहरी धनपतियों को क्रय विक्रय के लिए खुली छूट प्रदान कर दी। जोकि जनता के साथ पूरी तरह से धोखा है।
उन्होंने कहा कि अब जनता महसूस कर रही है कि किस प्रकार प्रचंड बहुमत की सरकार जनता की अनदेखी कर रही है। भट्ट ने बताया कि इसी प्रकार लोकायुक्त को बनाने का मुख्य मुद्दा पिछली बार भाजपा का था। बिल पेश भी किया और अब तक नही बना पाई। रोजगार देने का मुद्दा भी भाजपा के हाथ से निकल गया है। साढ़े चार साल तक विभिन्न विभागों में रिक्त चले आ रहे पदों को दबाए रखा और अब चुनाव के एक माह पहले मात्र विज्ञप्ति निकाल कर रोजगार की इतिश्री समझ ली है। सारा वेरोजगार अबकी बार भाजपा को सबक सिखाने को लामबंद है।
यूकेडी नेता ने कहा कि पलायन आयोग स्वयं अपना पलायन कर पौड़ी से देहरादून पहुंच गया। इसी प्रकार कृषि, उद्यान, पर्यटन पर कोई कार्य सरकार नही कर पाई है। इसीलिए अब भाजपा उत्तराखंड में मुद्दा विहीन पार्टी हो गयी है। अब जनता इससे विमुख हो गयी है। उत्तराखंड में आज के राजनीतिक परिदृश्य में जनता केवल राज्य की एक मात्र क्षेत्रीय दल उत्तराखंड क्रांति दल की ओर देख रही है। यूकेडी जनता का विश्वास हासिल करेगा।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।