उत्तराखंड में बजट की खामियों को लेकर यूकेडी का प्रदर्शन, जलाई प्रतियां
उत्तराखंड सरकार की ओर से पारित किए गए वर्ष 2023-24 के बजट में खामियां गिनाते हुए उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकर्ताओं ने आज शुक्रवार को देहरादून में होटल द्रोण चौक पर प्रदर्शन किया। इस दौरान बजट की प्रतियां जलाई गई। वक्ताओं ने बजट को गरीब, बेरोजगार विरोधी बताया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस मौके पर उत्तराखंड क्रांति दल के महानगर अध्यक्ष विजेंद्र रावत ने कहा कि बजट जैसे महत्वपूर्ण विषय पर सरकार जनता को गुमराह कर रही है। राज्य सरकार एक ओर आय के संसाधनों में प्राकृतिक संसाधनों को माफियाओं को बेच रही है, दूसरी और विकास की बात कर रही है। राज्य की वास्तविक आय मात्र 40 हजार करोड रुपए से अधिक नहीं है, जबकि सरकार की ओर से पेश किया गया बजट सरकार की आय से दोगुना है। सरकार बाकि पैसे की व्यवस्था किस प्रकार करेगी, इसका कोई उल्लेख नहीं है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने विधायकों, मंत्रियों की आय बढ़ाने के लिए बजट में प्रावधान तो किया, किंतु जनता की आय बढ़ाने के कोई उपाय नहीं किए गए। राज्य के बेरोजगारों के लिए बजट में कोई ठोस योजना नहीं लाई गई। कार्यकारी जिलाध्यक्ष किरण रावत ने कहा की 77407 करोड रुपए के बजट में आपदा प्रबंधन, पहाड़ों से पलायन रोकने के लिए रोजगार का सृजन, शिक्षा, स्वास्थ्य, गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाने, राज्य के कृषकों के हित के लिए कोई ठोस योजना प्रस्तुत नहीं की गई। जो कि बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि राज्य की आय बढ़ाने के साथ राज्य में बेरोजगारी भत्ता लागू करने की अत्यंत आवश्यकता है। राज्य सरकार के पास आय बढ़ाने के अनेकों साधन विद्यमान है, किंतु भारतीय जनता पार्टी की सरकार उत्तर प्रदेश और केंद्र को खुश करने के लिए राज्य के संसाधनों को माफियाओं के हाथों में देकर आर्थिक लूट करवा रही है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
युवा अध्यक्ष राजेंद्र बिष्ट ने कहा कि राज्य का पैसा बजट से अधिक लूट में चला जा रहा है, जिससे राज्य का अहित हो रहा है। राज्य में शराब और जमीन बेचकर सरकार आय के साधन बढ़ा रही है, जिससे उत्तराखंड के लोगों का ही शोषण हो रहा है। राज्य सरकारें अब तक कोई संतुलित बजट पेश नहीं कर पाई है। उत्तराखंड क्रांति दल की सरकार यदि होती तो आज राज्य में संतुलित और खुशहाल बजट पेश किया जाता। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि हम जितना पैसा अर्जित करते हैं, उतना ही खर्च करते और अपने आय के संसाधन बढ़ाने के लिए नॉन प्लान को कम कर करते। साथ ही प्लान के बजट का प्रावधान कर युवाओं के रोजगार सृजन करने, अपने कृषि और उद्यान, कुटीर उद्योग को बढ़ाने अपने राज्य की आय के बढ़ाने के लिए जल परियोजनाओं एवं ऊर्जा की परियोजनाओं के लिए प्रावधान करते। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
युवा प्रकोष्ठ महामंत्री बृजमोहन सजवान ने कहा आज का बजट इस बात का घोतक भी है कि कृषि प्रधान राज्य मे कृषि आय नगण्य हो गई है, जबकि हमारा पड़ोसी प्रदेश हिमाचल अपने बजट का 25 फीसद आय केवल कृषि से प्राप्त करता है। राज्य सरकार का यह आम बजट आत्मनिर्भर ना होकर केंद्र पर निर्भर रहने वाला बजट है। केंद्रीय योजनाओं के आंकड़ों की बाजीगरी कर बजट पेश किया गया है, जिससे उत्तराखंड को आत्मनिर्भर बनाने के सपने को पुनः पलीता लगाया गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रदर्शन करने वालों में महिला प्रकोष्ठ उपाध्यक्ष उत्तरा पंत बहुगुणा, रेखा मियां, युवा अध्यक्ष राजेंद्र बिष्ट, बृजमोहन सजवान, श्याम सिंह रमोला, प्रवीण चंद रमोला, भोला चमोली, मनीष रावत, अंकेश भंडारी, पंकज पोखरियाल, पंकज उनियाल, केंद्रीय महामंत्री प्रताप कुमार सिंह, केंद्रीय संगठन मंत्री उत्तम सिंह रावत, अशोक नेगी, पूर्व महानगर अध्यक्ष दीपक रावत, निर्मल शाह, दीपक मधवाल, संजीव भट्ट, विपिन रावत, यशोदा रावत, सीपी जोशी, राजेंद्र पंत, मनोज कुमार, संजीव भट्ट, रमा चौहान आदि उपस्थित थे।
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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।