पश्चिम बंगाल में भाजपा के दो गुटों में झड़प, आपस में पत्थरबाजी, वाहनों में लगाई आग, सात गिरफ्तार
पश्चिम बंगाल में अपने किले को मजबूत करने की भाजपा की मुहीम को करारा झटका लगा है। यहां भाजपा के दो गुटों में ही झड़प हो गई। झड़प नए और पुराने कार्यकर्ताओं के बीच हुई। पार्टी के दो कार्यालयों में हुई इस झड़प के दौरान एक दूसरे के बीच पत्थरबाजी की गई। कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। घटना में चार लोग घायल हुए और सात को गिरफ्तार किया गया।
एक झड़प आसनसोल में पार्टी ऑफिस के अंदर हुई। जहां मंत्री बाबुल सुप्रियो और राष्ट्रीय सचिव अरविंद मेनन भी मौजूद थे। वहीं, दूसरी झड़प बर्दवान में हुई, जहां झगड़ा सड़क पर आ गया और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच आपस में ही पत्थरबाजी हुई। इस घटना में कार्यकर्ता पार्टी ऑफिस के बाहर ही आपस में भिड़ गए। यहां पर एक टेंपो और कई मोटरसाइकिलों को आग लगा दी गई। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पार्टी कार्यकर्ता पुलिस से भी उलझ पड़े। इस घटना में चार लोग घायल हुए हैं और सात को गिरफ्तार किया गया है।
ये रहा झड़प का कारण
बर्दवान पूर्वी बर्दवान के कंकसा, औसग्राम, मंगलकोट, कटवा और कई जगहों से बहुत से बीजेपी कार्यकर्ता आए और पार्टी ऑफिस के सामने जिला अध्यक्ष संदीप नंदी के खिलाफ नारेबाजी कर उन्हें पद से हटाने की मांग करने लगे। नंदी के समर्थक ऑफिस के भीतर और छत पर चढ़ गए। उन्होंने प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं पर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। नीचे से भी पत्थरबाजी हुई। इनमें से कुछ कार्यकर्ताओं ने बाहर सड़क पर खड़ी गाड़ियों में आग लगा दी।
नंदी का विरोध करने वालों का कहना है कि उन्होंने पार्टी के लिए खून-पसीना एक किया है। नंदी अब तृणमूल से आए हुए लोगों को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्हें किनारे किया जा रहा है। भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पिछले महीने ही बर्दवान में पार्टी कार्यालय का उद्घाटन किया था।
भाजपा और टीएमसी ने दिया ये तर्क
बीजेपी ने इस झड़प को गुटबाजी बताने से इनकार किया है। पार्टी नेता राजू बनर्जी ने कहा कि- जेपी नड्डा की विशाल रैली देख तृणमूल डर गई है। इसलिए वो यह मुसीबत खड़ी कर रहे हैं। एक स्थानीय नेता ने यह सब साजिश रची थी। किराए पर गुंडे लेकर यह सबकुछ कराया। हालांकि तृणमूल के मंत्री और बर्दवान से पार्टी नेता स्वप्न देबनाथ ने इन दावों को खारिज किया है।
बाबुल सुप्रियो ने किया स्वीकार
आसनसोल में हुई झड़प पर बाबुल सुप्रियो ने स्वीकार किया कि पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच नोंकझोंक हुई है। उन्होंने कहा कि हर परिवार में दिक्कतें आती हैं, गुस्सा होता है। हमारे कार्यकर्ता बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव अरविंद मेनन और मुझसे साथ में मिले थे। ऐसी बैठकें हमेशा नहीं होतीं। जब एक साथ 10-30 लोग बोलने लगे तो जाहिर है थोड़ा शोर था। जब लोगों ने एक दूसरे को सुनना शुरू किया तो मामला शांत हो गया।
युवा मोर्चा के नए अध्यक्ष को लेकर हुई झड़प
बताया जा रहा है कि बाराबानी और कुलटी मंडल के कार्यकर्ता चुनावी रणनीति पर चर्चा के लिए आए थे। यहां पर जिले में युवा मोर्चा के नए अध्यक्ष अरिजीत रॉय के नाम पर बहस शुरू हो गई। कथित रूप से रॉय ने युवा मोर्चा समिति से बीजेपी के पुराने कार्यकर्ताओं को बाहर कर दिया था।
भाजपा की बढ़ी चिंता
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों में कुल मिलाकर तीन महीने के लगभग का वक्त रह गया है। ऐसे में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के लिए पार्टी की अंदरूनी लड़ाई चिंता का विषय बन गई है। इससे पार्टी का अनुशासन बिगड़ रहा है। साथ ही बीजेपी का ‘टीएमसीकरण’ हो रहा है, जिससे वोटरों पर असर पड़ेगा।