उत्तराखंड में आफत की बारिश, भूस्खलन से गंगोत्री, यमुनोत्री और बदरीनाथ हाईवे बंद, चमोली में बाइक सवार बहा, लापता
उत्तराखंड में पिछली 10 जुलाई से पर्वतीय क्षेत्रों में तेज बारिश का दौर जारी है। इसके साथ ही आपदाओं से भी लोग परेशान होने लगे हैं। भूस्खलन के चलते गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे बाधित है। चमोली में बाइक सवार गदेरे में बह गया।

पर्वतीय क्षेत्रों में शनिवार रात से हो रही हुई बारिश आफत बनी है। टिहरी जिले के कैम्पटी में भारी बारिश से झरना उफान पर आ गया था। झरने के आसपास बड़ी मात्रा में मलबा जमा हो गया। इसके चलते रविवार को पुलिस ने पर्यटकों को झरने में जाने से रोक दिया था। उधर, गंगोत्री, यमुनोत्री और बदरीनाथ हाईवे भी बारिश के कारण मलबा आने से कई जगह अवरुद्ध हो गए। वहीं, चमोली जनपद के देवाल में सौरीगाड़ ग्राम पंचायत के नागाड़ा में आकाशीय बिजली गिरने से चार बकरियों की मौत हो गई। यहीं के कोटेडा गांव में भूस्खलन से कृषि भूमि तबाह हो गई
चमोली जिले के थराली क्षेत्र में एक बुलट बाइक सवार उफनाते लोल्टी गदेरे (बरसाती नाला) को पार करते समय अनियंत्रित होकर वह तेज बहाव में बह गया है। थानाध्यक्ष ध्वज वीर सिंह पंवार ने बताया कि स्थानीय नागरिकों ने घटना की सूचना दी। घटना स्थल से 100 मीटर की दूरी पर बाइक गदेरे के बीचों बीच दिखाई दे रही है, लेकिन बाइक सवार का अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है। मौके पर पुलिस का सर्च अभियान जारी है। बाइक सवार बागेश्वर जनपद निवासी बताया जा रहा है। हालांकि अभी तक उसकी पहचान नहीं हो पाई है।
रविवार को भी मची थी तबाही
उत्तराखंड में करीब तीन सप्ताह के बाद से बारिश ने जोर पकड़ा और तबाही मचानी शुरू कर दी। रविवार को बागेश्वर जिले में मकान के भूस्खलन की चपेट में आने से एक बच्चे सहित दंपती की मौत हो गई। अल्मोड़ा में नदी में पिता पुत्र बह गए। वहीं टनकपुर में नाले में बहने से महिला की मौत हो गई।
भारी बारिश की चेतावनी
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के मुताबिक आज यानी 12 जुलाई को प्रदेश के कई हिस्सों में अच्छी बारिश हो सकती है। इन दो दिन देहरादून, उत्तरकाशी, चमोली, टिहरी, नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले में कहीं कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकेगी। तेज बौछार के साथ भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। अन्य इलाकों में हरिद्वार, पौड़ी, चंपावत जिले में भारी बारिश का अनुमान है।
उन्होंने बताया कि पर्वतीय जिलों में संवेदनशी स्थानों पर भूस्खलन, मार्ग बंद होने की घटनाएं हो सकती हैं। साथ ही नदी और नालों का जल प्रवाह बढ़ सकता है। ऐसे में लोगों को नदी नालों के किनारे ना जाने की सलाह दी गई है। साथ ही पर्वतीय इलाकों में भी सचेत रहने को कहा गया है। ऐसे में ओरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
13 व 14 को इन तीन जिलों में बारिश का अनुमान
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, 13 व 14 जुलाई को भी राज्य के कुमाऊं क्षेत्र में पिथौरागढ़, नैनीताल, गढ़वाल क्षेत्र में पौड़ी जिले में कहीं कहीं आकाशीय बिजली चमकने के साथ ही भारी बारिश का अनुमान है। संवेदनशील इलाकों में भूस्खलन का खतरा रहेगा। नदी नालों का जल स्तर बढ़ सकता है। इन दो दिन यलो अलर्ट जारी किया गया है।
15 व 16 को इन पांच जिलों में होगी भारी बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक 15 और 16 जुलाई को यलो अलर्ट जारी किया गया है। इन दो दिन देहरादून, टिहरी, नैनीताल, अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ जिले में आकाशीय बिजली चमकने के साथ ही भारी बारिश का अनुमान है। 13 से 16 जुलाई तक पर्वतीय क्षेत्र के संवेदनशील इलाकों में मामूली भूस्खलन, चट्टानों के धसने, लिंक, सड़कें और राजमार्गों के अवरुद्ध होने की घटनाएं हो सकती हैं। साथ ही कहीं कहीं नदी और नाले उफान पर होंगे। निचले इलाकों में जलभराव की समस्या भी हो सकती है।
Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।