जयंती पर महात्मा गांधी और शास्त्री जी को दी गई श्रद्धांजलि, चलाया चरखा, की गई सफाई

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती पर आज उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस दौरान कहीं चरखा चलाया गया तो कहीं, सफाई अभियान चलाया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
देहरादून के गांधी पार्क में संयुक्त नागरिक संगठन ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित की। इस मौके पर विभिन संगठनो के सदस्य शामिल हुए। वक्ताओं ने आज के परिपेक्ष्य में इन महान विभूतियों की ओर से दी गई शिक्षा की आज कितनी उपयोगिता है, उस पर विस्तार से चर्चा की।
वक्ताओं ने कहा कि हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, सब हैं भाई भाई के नारे के विरुद्ध आज समाज में भटकाव देखने को मिल रहा है। इसका मुंहतोड़ जवाब देने की जरूरत है। इस मौके पर सभी ने एक साथ देश भक्ति के नारे लगाये। साथ ही इन विभूतियों की ओर से बताए गए रास्ते पर चलने का प्रण लिया गया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सभा में ब्रिगेडियर (सेनि) केजी बहल, कर्नल (सेनि) बी एस थापा, अवधेश, डॉक्टर मुकुल शर्मा, आशा टम्टा, मुकेश नारायण, जेके डीडोना, जगदीश बावला, चंदन सिंह नेगी, दिनेश भंडारी, मनोज ध्यानी, शशांक गुप्ता आदि उपस्थित थे। सभा का संचालन जगमोहन मेंदीरत्ता ने किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

गांधीजी की 155वीं जयंती के उपलक्ष्य में कांग्रेस भवन में कार्यक्रम आयोजित किये गए। इस अवसर पर कांग्रेस भवन मे गांधीजी के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए महानगर अध्यक्ष डॉ जसविन्दर सिंह गोगी ने कहा कि गांधी और शास्त्री जैसे महापुरुषों ने देश के साथ साथ कांग्रेस पार्टी के इतिहास को भी समृद्ध किया है। सत्य, अहिंसा, सत्याग्रह, सर्वधर्म समभाव और स्थानीय स्वशासन जैसे आदर्शों के साथ गांधीजी आज भी हमारे हृदय में और हमारी राजनीतिक व संवैधानिक व्यवस्था में जीवित हैं और आगे भी सदैव हमारा मार्गदर्शन करते रहेंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
डॉ. गोगी ने कहा कि गाँधीजी ने कांग्रेस पार्टी का जनाधार व्यापक किया। इससे पार्टी राष्ट्रीय आंदोलन में नेतृत्वकारी भूमिका का निर्वहन कर सकी। नेतृत्व किस प्रकार किया जाता है, ये आज के राजनीतिक सामाजिक कार्यकर्ता गांधीजी से सबसे अच्छे तरीके से सीख सकते हैं। इसके साथ ही स्व लालबहादुर शास्त्री के चित्र पर भी कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने माल्यार्पण किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गोगी ने कहा कि आज गाँधीजी के समर्पित अनुयायी और देश के दूसरे प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री जी की भी जयन्ती है। शास्त्री जी ने दिखाया कि गांधीवादी सिद्धांतों और मूल्यों को कैसे आचरण में और राजनीतिक जीवन मे ढाला जा सकता है। दोनों महापुरुषों को कांग्रेस कार्यकर्ता नमन करते हैं। इसके उपरांत डॉ जसविन्दर सिंह गोगी के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने गांधी पार्क स्थित गांधी जी की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। साथ ही गांधीजी का प्रिय भजन रघुपति राघव राजा राम सहित अन्य भजन गाये गए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस मौके पर कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष भी पूरण सिंह रावत, राजकुमार जयसवाल, मनमोहन शर्मा, सावित्री थापा, सज्जाद अंसारी, आलोक मेहता, रवि हसन, सूरज क्षेत्री, ऋषभ सैनी, गौरव शर्मा, गुरनैन सिंह, मनीष गर्ग, फैशल, लकी राणा, वंदना राही, अल्ताफ, संदीप, वीरेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गांधी आश्रम पहुंचकर धस्माना ने चलाया चरखा
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने गांधी आश्रम पहुंच कर बापू को पुष्पांजलि अर्पित की। साथ ही चरखा काता और गांधी के दर्शन को प्रचारित प्रसारित करने का संकल्प लिया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती के अवसर पर उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना रेस्ट कैंप स्थित गांधी आश्रम पहुंचे। गांधी आश्रम के स्वयं सेवकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सदियों से गुलाम रहे भारत के दबे कुचले शोषित पीड़ित निहत्ते लोगों को अंग्रेजों की तोपों और संगीनों के आगे खड़ा करने का चमत्कार जो बापू ने किया, वो उनका मूल मंत्र “अहिंसा” का था। इसके बल पर उन्होंने भारतीयों के मन से डर खौफ नफरत समाप्त कर नैतिक बल पैदा करने का काम किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि अहिंसा के बल पर महात्मा गांधी ने 1914 से लेकर देश की आजादी 1947 के बीच डांडी मार्च, नमक सत्याग्रह, असहयोग आंदोलन और फिर ऐतिहासिक अंग्रेजों भारत छोड़ो का वो नारा देकरअंग्रजी हुकूमत की चूलें हिला कर रख दी। अंतोगत्वा भारत 1947 को आजाद हो गया। यह बापू के करिश्माई नेतृत्व का ही नतीजा था। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कांग्रेस नेता धस्माना ने कहा कि आज पूरी दुनिया बापू के अहिंसा के सिद्धांत को मानती है और भारत में आज के दौर में जो राजनीति चल रही है, उसमें बापू के अहिंसा और प्रेम के दर्शन की भारी आवश्यकता है। उन्होंने केंद्र सरकार से यह मांग की कि अगर हम स्वदेशी की बात को मानते हैं, तो सबसे पहले खादी पर जीएसटी पूर्ण रूप से खत्म होना चाहिए। राज्य की सरकार को खादी की बिक्री पर छूट की डेढ़ करोड़ रुपए की सीमा को समाप्त कर पूर्व की भांति असीमित बिक्री पर छूट जो 2022 तक लागू थी, उसे पूर्व की भांति असीमित बिक्री कर देना चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
धस्माना ने कहा कि गांधी आश्रम में कार्य करने वाले स्वयं सेवकों की समस्याओं को ले कर वे बहुत जल्दी प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलेंगे। इस अवसर पर गांधी आश्रम के क्षेत्रीय मंत्री मोहन लाल मिश्रा, शिव बहादुर सिंह, विक्रांत सिंह, ओम प्रकाश प्रजापति, अशोक सिंह, विनय कुमार राणा, जिमिदार वर्मा, वीरेंद्र तिवारी, नवनीत शर्मा, मनोज सिंह, अनुज शर्मा आदि उपस्थित रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
यूथ कांग्रेस ने बापू को दी श्रद्धांजलि
आज गांधी जयंती के शुभ अवसर पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय देहरादून में युवक कांग्रेस की ओर से श्रद्धांजलि कार्यक्रम में राष्ट्रपति महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर यूथ कांग्रेस अध्यक्ष सुमित्तर भूल्लर, प्रदेश महासचिव राजेंद्र शाह, यूथ संगठन महामंत्री प्रियांश छाबड़ा, डॉ प्रतिमा सिंह, स्वाति नेगी, सुनीत सिंह, जॉय बरसवाल आदि मौजूद रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सरस्वती विहार में चलाया स्वच्छता अभियान
राष्ट्रीय स्वच्छता दिवस पर आज सरस्वती विहार विकास समिति अजबपुर खुर्द देहरादून द्वारा स्वच्छता जागरूक अभियान चलाया गया। इसके तहत शिव शक्ति मंदिर सरस्वती विहार चौक, सामुदायिक भवन ब्लॉक ए एवं सरस्वती विहार ब्लॉक इ पार्क में सफाई की गई। इस अभियान में समिति के सचिव गजेंद्र भंडारी और समिति के लोगों ने वार्ड 52 में नगर निगम के सुपरवाइजर रोहित और उनकी पूरी टीम को सम्मानित किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अवसर पर सरस्वती विहार विकास समिति के अध्यक्ष पंचम सिंह बिष्ट, निवर्तमान पार्षद विमल उनियाल, उपाध्यक्ष कैलाश राम तिवारी, प्रचार सचिव सोहन सिंह रौतेला, मंदिर संयोजक मूर्ति राम बिजलवान, जयप्रकाश सेमवाल, मंगल सिंह कुटी, चिंतामणि पुरोहित, एस एस गुसांईं, मोहन सिंह भंडारी, रेखा डंगवाल, बीना असवाल, हेमलता नेगी आदि उपस्थित थे।
नोटः सच का साथ देने में हमारा साथी बनिए। यदि आप लोकसाक्ष्य की खबरों को नियमित रूप से पढ़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए आप्शन से हमारे फेसबुक पेज या व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ सकते हैं, बस आपको एक क्लिक करना है। यदि खबर अच्छी लगे तो आप फेसबुक या व्हाट्सएप में शेयर भी कर सकते हो।

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।