नेपाल में आया जबरदस्त भूकंप, बिहार में भी महसूस किए गए झटके

नेपाल में शुक्रवार 28 फरवरी की तड़के जबरदस्त भूकंप आया। इससे झटके बिहार में भी महसूस किए गए। भारत के नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.5 रही। इसका अक्षांश 27.79 डिग्री और देशांतर 85.75 डिग्री पर था। इसका केंद्र जमीन के भीतर करीब 10 किलोमीटर नीचे थे। इसके साथ ही पाकिस्तान में भी शुक्रवार सुबह पांच बजकर 14 मिनट पर 4.5 तीव्रता का भूकंप आया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
शुक्रवार सुबह नेपाल में दो बजकर 36 मिनट 12 सेकेंड में आए 5.5 तीव्रता के भूकंप झटके पूरे हिमालय क्षेत्र में महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप का केंद्र नेपाल ही था। भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग दहशत में घरों से बाहर निकल गए। इस भूकंप में अभी तक किसी भी तरह की जानमाल के नुकसान की जानकारी नहीं है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, भूकंप नेपाल के सिंधुपालचोक जिले के भैरव कुंडा के आसपास सुबह करीब 2.35 बजे आया। जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज ने भूकंप की तीव्रता 6.1 मापी, जबकि भारत के नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने इसकी तीव्रता 5.5 आंकी। ऐसे में 6.1 तीव्रता का भूकंप शक्तिशाली माना जाता है और इससे काफी क्षति हो सकती है। इस दौरान इमारतों में भी दरार पड़ सकती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये हैं भूकंप के कारण
भूकंप के आने की मुख्य वजह धरती के अंदर प्लेटों का टकरना है। धरती के भीतर सात प्लेट्स होती हैं जो लगातार घूमती रहती हैं। जब ये प्लेटें किसी जगह पर आपस में टकराती हैं, तो वहां फॉल्ट लाइन जोन बन जाता है और सतह के कोने मुड़ जाते हैं। सतह के कोने मुड़ने की वजह से वहां दबाव बनता है और प्लेट्स टूटने लगती हैं। इन प्लेट्स के टूटने से अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है, जिसकी वजह से धरती हिलती है और हम इसे भूकंप मानते हैं।
उत्तराखंड संवेदनशील
भूकंप की दृष्टि से उत्तराखंड बेहद संवेदनशील है। राज्य के अति संवेदनशील जोन पांच की बात करें इसमें रुद्रप्रयाग (अधिकांश भाग), बागेश्वर, पिथौरागढ़, चमोली, उत्तरकाशी जिले आते हैं। ऊधमसिंहनगर, नैनीताल, चंपावत, हरिद्वार, पौड़ी व अल्मोड़ा जोन चार में हैं और देहरादून व टिहरी दोनों जोन में आते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड में आ चुके हैं दो बड़े भूकंप
उत्तराखंड के उत्तरकाशी और चमोली जिले में दो बड़े भूकंप आ चुके हैं। इससे भूकंप के हलके झटके से ही लोग दहशत में आ जाते हैं। उत्तरकाशी में 20 अक्टूबर 1991 को 6.6 तीव्रता का भूकंप आया था। उस समय हजारों लोग मारे गए थे। साथ ही संपत्ति को भी अत्यधिक क्षति हुई थी। इसके बाद 29 मार्च 1999 में चमोली जिले में उत्तराखंड का दूसरा बड़ा भूकंप आया। भारत के उत्तर प्रदेश (अब उत्तराखंड) राज्य में आया यह भूकंप हिमालय की तलहटियों में 90 वर्षों का सबसे शक्तिशाली भूकंप था। इस भूकंप में 103 लोग मारे गए थे।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।