एक फूल को ढेर सारे फूल में बदलना, ये चमत्कार नहीं हाथ ही है सफाई

यदि हम किसी डब्बे में एक फूल डालें और फिर डब्बे को दूसरे डब्बे की मदद से ढक दें। फिर इधर उधर हिलाएं। इसके बाद ढक्कन वाले डब्बे को बाहर निकालें और भीतर के डब्बे में एक फूल की बजाय ढेर सारे फूल निकलें। इसे दूसरा भले ही चमत्कार समझेगा, लेकिन ये चमत्कार नहीं है। ये हाथ की सफाई है। जो अभ्यास से किया जाता है। इसकी तैयारी हमें पहले करनी पड़ती है।
सामग्री व विधि-एक विशेष प्रकार का डब्बा। जिसके तीन भाग हों। जो एक दूसरे के ऊपर फिट हो सकें। इतने फूल प्रयोग में लाएं, जो आसानी से नीचले डब्बे में भर सकें। प्रयोग दिखाने से पहले हम डब्बे के सबसे नीचे वाले भाग (अ) में फूल भर देते हैं। फिर उसे दूसरे दूसरे डब्बे (ब) से ढक देते हैं। ब भाग से ढका डब्बे में यदि झांकेंगे तो भीतर से खाली नजर आएगा। इससे पता नहीं चलेगा कि डब्बे में नीचे भी कोई भाग है।
इसके बाद हम दर्शकों के सामने प्रयोग करेंगे। हम ब भाग में किसी से एक फूल डालने को कहते हैं। इसके बाद उसे हिलाएंगे-डुलाएंगे। मंत्र पढ़ने का उपक्रम करेंगे। फिर ब भाग के ऊपर खाली डब्बा (स) भाग फिट कर देंगे। मंत्र पढ़ने का उपक्रम करेंगे और फिर ऐसी सफाई से डब्बे का स भाग बाहर करेंगे कि उसके बाद ब भाग भी निकल जाए। भीतर अ भाग में फूल होंगे। उसे पलटकर हम दर्शकों को दिखा देंगे। फिर कहेंगे कि हमने एक फूल को कई फूलों में बदल दिया है।
तथ्य और सावधानियां
दर्शकों को जब डिब्बा दिखाएं तो उसका ब भाग ही दिखना चाहिए। किसी को ये अंदाजा न हो कि उसके नीचे भी एक डब्बा है। यह प्रक्रिया डिब्बे की खास बनावट और हाथ की सफाई पर आधारित है। डिब्बे को बंद करते हुए हल्का सा घुमाएं। ताकी ब भाग स भाग से अच्छी तरह से फंस जाए। इसके बाद जब खोलेंगे तो स भाग के साथ ब भाग चिपका होगा।
Bhanu Bangwal
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।