नवरात्र, दिवाली, छठ पूजा से टोंस नदी हुई प्रदूषित, यूथ हेस्को ने साफ किया दो ट्रक कचरा
उत्तराखंड में पर्यावरण संरक्षण में युवाओं की भागीदारी को लेकर हेस्को ने यूथ हेस्को का गठन किया है। इसकी जिम्मेदारी अमोघ नारायण मीणा को सौंपी गई है। अमोघ के नेतृत्व में यूथ हेस्को लम्बे समय से देहरादून में पर्यावरण संरक्षण को लेकर युवाओं को जागरूक कर रहा है। बाल दिवस पर यूथ हेस्को से जुड़े युवाओं ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत नदियों को साफ-सफाई का संकल्प लिया। इसकी शुरुआत प्रेमनगर की टोंस नदी से की गई।
टोंस में हाल ही में नवरात्र, दिवाली, छठ पूजा आदि के आयोजन से लोगों ने मंदिरों की साफ सफाई का कचरा, प्लास्टिक की मूर्तियां,मालाएं, पोस्टर, कपड़े, आदि को फेंका गया। इसके अलावा छठ पूजा पर भी बड़ी संख्या में लोग नदी में कचरा छोड़ गए। रविवार को यूथ हेस्को से जुड़े युवाओं ने नंदा की चौकी से लेकर सेलाकुई तक करीब एक किमी हिस्से में सफाई अभियान चलाया। इस दौरान एकत्र कचरे को कैंट बोर्ड की मदद से दो ट्रक से सुरक्षित जगह डंप किया गया।
अभियान का नेतृत्व कर रहे अमोघ नारायण और लॉ स्टूडेंट नीरज ने बताया कि लोगों ने कई बोरे और प्लास्टिक थैलों में मंदिरों और पूजा सामग्री का कचरा नदी में फेंका गया। उन्होंने कैन्ट बोर्ड और नगर निगम से अपील की कि नदी किनारे होर्डिंग, बैनर, वाल पेंटिंग कर लोगों को नदी में कचरा न फेंकने के लिए जागरूक करने, पुल और सड़क से लगे नदी के तट को सुरक्षित करने की अपील की। इस मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता सन्नी कुमार, समेत अन्य मौजूद रहे।
डॉ जोशी ने की यूथ हेस्को की तारीफ
हेस्को प्रमुख पद्मभूषण डॉ अनिल कुमार जोशी ने कहा कि उत्तराखंड में यूथ हेस्को पर्यावरण संरक्षण में अनूठी पहल में जुटा है। स्कूलों में साफ-सफाई, पौध रोपण से लेकर अब नदी, बस्ती और आबादी क्षेत्र में विशेष पर्वों पर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दे रहा है। बाल दिवस पर 30 से ज्यादा युवाओं ने यूथ हेस्को के लीडर अमोघ नारायण मीणा के नेतृत्व में जो काम किया वह सराहनीय है। पर्यावरण के लिए अन्य युवा भी यूथ हेस्को के साथ जुड़ें और अपनी सहभागिता निभाएं।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।