पीएम की मन की बात का 100वां एपिसोड आज, सरकारी अमले ने झोंकी ताकत, शिक्षण संस्थाओं में भी फरमान, स्वैच्छा से सुनें या जबरन
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘मन की बात’ कार्यक्रम का 100वां एपिसोड आज रविवार 30 अप्रैल 2023 को प्रसारित होने जा रहा है। प्रसारण को ऐतिहासिक बनाने और इसे व्यापक स्वरूप देने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने एक विस्तृत कार्यक्रम जारी किया है। हर विधानसभा क्षेत्र में 100 से ज्यादा बूथ में इसे सुना जाएगा। वहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की 100वीं कड़ी का यहां संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में सीधा प्रसारण किया जाएगा। देशभर के सभी कम्युनिटी रेडियो स्टेशन को भी मन की बात के प्रसारण का फरमान जारी किया गया है। साथ ही इन्हें प्रसारण का प्रमाण भी भेजना होगा। इस संबंध में एडवाइजरी भेजी गई है। यानि ये आदेश ही है। जश्न मनाया जाए और फोटो भेजा जाए। हालांकि, कहा जा रहा है कि इस बार मन की बात में राजनीतिक बात नहीं होगी। ये देश के हर व्यक्ति के लिए जरूरी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
मन की बात के श्रोताओं को लेकर दावा
मन की बात को लेकर आईआईएम रोहतक से प्रसार भारती ने सर्वे कराया। इसमें बताया गया है कि अब तक मन की बात का कार्यक्रम सौ करोड़ लोगों तक पहुंच चुका है। दावा किया गया है कि 23 करोड़ लोग मन की बात के नियमित रूप से श्रोता हैं। 41 करोड़ ऐसे हैं जो बीच बीच में सुनते हैं। इनके इस कार्यक्रम की नियमित श्रोता बनने की पर्याप्त संभावनाएं हैं। अब यदि टीवी के हर चैनल, रेडियो में सिर्फ एक ही कार्यक्रम आएगा तो या तो कोई उसे सुनेगा या फिर स्विट आफ कर देगा। यदि आप मजदूर, झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले से पूछोगे तो हो सकता है उसे पता ही ना हो कि मन की बात क्या है। इसी तरह बीजेपी संगठन में मन की बात सुनने का फरमान जारी होता है। वहीं, इस बार तो शिक्षण संस्थाओं में भी मन की बात सुनने का फरमान जारी हो चुका है। अब सवाल ये है कि इस कार्यक्रम को स्वैच्छा से सुना जाए या जबरन। वहीं, दिल्ली के जंतर मंतर पर धरने में बैठे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पदक विजेताओं का कहना है कि पीएम सबको मन की बात सुनाते हैं, हमारे मन की बात भी सुन लो। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड में सभी विद्यालयों में भी मन की बात
उत्तराखंड में मन की बात सुनने के लिए सभी विद्यालयों, ग्राम सभाओं, डिग्री कॉलेज, पॉलिटेक्निक, आईटीआई आदि में भी सुनने की व्यवस्था की गई है। इस एक कार्यक्रम के पीछे पूरी बीजेपी और सरकार लग गई है। यही नहीं, एक किस्म से कहा जा सकता है कि मन की बात देखने को प्रमाण भेजना भी एक तरफ से दबाव है। हालांकि, सरकार की ओर से ये नहीं बताया गया कि इन स्थानों पर मन की बात सुनना स्वैच्छा से है, या फिर फरमान जारी होने पर जबरन सुनना होगा। क्योंकि रविवार को स्कूल, कॉलेजों में बुलाने पर दबी जुबां से शिक्षकों में भी विरोध के स्वर देखे गए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उत्तराखंड सरकार ने दिए हैं निर्देश
सरकारी प्रेस नोट के मुताबिक, राज्य में भी अधिकाधिक लोग पीएम की मन की बात सुन सकें, इसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी विद्यालयों, ग्राम सभाओं, डिग्री कॉलेज, पॉलिटेक्निक, आईटीआई में कार्यक्रम को सुनने की व्यवस्था को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गये ‘मन की बात’ का 100 वां संस्करण प्रातः 11 बजे प्रसारित होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रेस नोट में कहा गया है कि इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उन लोगों का विशेष उल्लेख करते हैं जो कि समाज और राष्ट्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। ऐसे तमाम लोग देश के कोने-कोने में हैं और अपने कार्यों से अलग पहचान बनाते हुए समाज को दिशा देने का काम भी कर रहे हैं। ऐसे लोगों के बारे में जानकारी और उनके कार्यों के बारे में जानकारी इस कार्यक्रम के माध्यम से प्रधानमंत्री द्वारा दी जाती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इसमें कहा गया है कि इसके अलावा छात्रों के के लिये भी यह जानकारी बहुत उपयोगी होती है और पूर्व में छात्र और शिक्षक तथा आमजन इस कार्यक्रम को सुनते रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कार्यक्रम का 100 वां संस्करण कई मायनों में महत्वपूर्ण है। इसलिए उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि कल सभी विद्यालयों, ग्राम सभाओं, डिग्री कॉलेज, पॉलीटेक्निक,आईटी आई आदि में इस कार्यक्रम को सुनने की व्यवस्था की जानी है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।