जैसे को तैसा, हरियाणा में अल्पमत में आई बीजेपी सरकार, तीन निर्दलीय विधायकों ने छोड़ा साथ

कहावत है कि जैसे को तैसा। जैसा बोओगे, वैसा काटोगे। अभी तक सुनने में यही आता था कि गैर बीजेपी सरकार अल्पमत में आ गई और फिर सत्ता बीजेपी के हाथ में चली गई। लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के मतदान के दिन ही आज सात मई को बीजेपी का साथ उसे ही समर्थन देने वालों ने ही छोड़ दिया। ऐन चुनाव के वक्त ऐसा क्यों हो रहा है, इसका हमें पता नहीं है। फिर भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि भविष्य को भांपकर अब लोग बीजेपी करा साथ छोड़ने लगे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
आज की ताजा खबर ये है कि हरियाणा में बीजेपी की नायब सिंह सैनी की सरकार के सामने आंकड़ों का संकट आ गया है। सरकार अब अल्पमत में आ गई है। हरियाणा कांग्रेस ने ये दावा किया है। कारण ये है कि निर्दलीय विधायकों ने समर्थन वापस लेने का ऐलान किया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दरअसल बीजेपी सरकार के पास जननायक जनता पार्टी से नाता तोड़ने के बाद और अलग होने के बाद वर्तमान में नायब सैनी सरकार को 48 विधायकों का समर्थन प्राप्त था। इसमें भाजपा के 41, हरियाणा लोकहित पार्टी के एक विधायक गोपाल कांडा और छह निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त था। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल और रणजीत चौटाला पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इसके बाद यह आंकड़ा बीजेपी के पास 46 का रह गया था। वहीं तीन निर्दलीय विधायकों में भी अपना समर्थन वापस ले लिया है। उनमें चरखी दादरी से विधायक सोमवीर सांगवान, नीलोखेड़ी से विधायक धर्मपाल गोंदर और पुंडरी से विधायक रणधीर गोलन शामिल हैं। सरकार के पास इस वक्त 43 विधायकों का समर्थन रह गया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
हरियाणा कांग्रेस के चीफ उदय भान ने कहा कि हरियाणा विधानसभा की मौजूदा स्ट्रेंथ 88 है। बीजेपी के पास 40 सदस्य हैं। बीजेपी की सरकार के पास पहले जेजेपी और निर्दलीय विधायकों का समर्थन था, लेकिन अब जेजेपी और निर्दलीय साथ छोड़ रहे हैं। ऐसे में सैनी सरकार बहुमत खो चुकी है और उन्हें सरकार में एक मिनट भी रहने का हक नहीं है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
हालांकि अगर नायब सैनी चुनाव जीत जाते हैं तो यह आंकड़ा 44 हो जाएगा, लेकिन फिर बहुमत की संख्या बढ़कर 45 हो जाएगी, जो सरकार के पास नही है। यानी सरकार अल्पमत में है। हरियाणा में कांग्रेस पार्टी के पास 30 विधायक, जननायक जनता पार्टी के 10 विधायक हैं। बीजेपी के 40 विधायक हैं। निर्दलीयों की संख्या 7 से 6 हो चुकी है, क्योंकि रणजीत चौटाला इस्तीफा दे चुके हैं। एक इंडियन नेशनल लोक दल के विधायक अभय चौटाला है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
तीन निर्दलीय विधायकों ने साथ ही ये भी ऐलान कर दिया कि वो कांग्रेस को चुनाव के दौरान समर्थन देंगे। रोहतक में हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उदय भान की मौजूदगी में निर्दलीय विधायकों ने इसकी घोषणा की। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस बीच रोहतक लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि प्रदेश में हालात बीजेपी के खिलाफ बन गए हैं। बदलाव निश्चित है। बीजेपी सरकार अल्पमत में आ गई है। इन्होंने 48 विधायकों की सूची दी है। उनमें से कुछ विधायकों के इस्तीफे हुए हैं। क्योंकि वे लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। कुछ निर्दलीय विधायकों ने आज बीजेपी से समर्थन वापस लेकर कांग्रेस को समर्थन देने का काम किया।
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Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।