तीरथ सरकार 100 दिन बेकार, आप नेता रविंद्र जुगरान ने गिनाई सौ दिनों में सरकार की असफलताएं
उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी के वरिष्ट नेता रविंद्र जुगरान ने आज तीरथ सरकार के 100 दिनों के कार्यकाल पर जमकर आरोप लगाए।

उन्होंने कहा कि बीजेपी ने नेतृत्व परिवर्तन को राज्य हित में बताया, लेकिन आज तीरथ सरकार के कार्यकाल में विकास के मुद्दों पर राज्य और भी पीछे चला गया। चाहे कोरोना के खिलाफ लड़ाई हो, अस्पतालों को बेहतर बनाने की बात हो, रोजगार का मुद्दा हो, महंगाई हो, बिजली-पानी हो, विकास के काम हों, हर मोर्चे पर तीरथ सरकार अपने इस कार्यकाल में बुरी तरह फेल साबित हुई है।
रविंद्र जुगरान ने तीरथ सिंह रावत के अभी तक के कार्यकाल के बेकार करार दिया। उन्होंने पिछले 100 दिनों के लेखा-जोखा प्रदेशवासियों के सामने रखा, जिससे तीरथ सरकार की नाकामी साफ तौर पर झलकती है। रविंद्र जुगरान ने कहा कि 10 मार्च को तीरथ सिंह रावत ने शपथ लेते कहा था वो प्रदेश की जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करेंगे। आज 100 दिन बाद भी वो प्रदेश की जनता का विश्वास नहीं जीत पाए। प्रदेश में कहीं भी नेतृत्व परिवर्तन का असर दिखाई नहीं दे रहा है, बल्कि जो अराजकता और नाकामी त्रिवेंद्र राज में मौजूद थी वो तीरथ राज में कई गुना ज्यादा बढ़ गई है।
अस्पतालों की जो बदहाली त्रिवेंद्र राज में थी, तीरथ राज में वो और भी ज्यादा बढ़ गई है। जो निराशा त्रिवेंद्र राज में थी, तीरथ राज में वो और भी बढ़ गई है। बात भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़े फैसले लेने की हो, रोजगार को लेकर उम्मीद जगाने की हो, विकास की दृष्टि दिखाने की हो, हर मोर्चे पर, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने इन 100 दिनों में प्रदेश वासियों को निराश किया है। कोरोनाकाल में सरकार पूरी तरह फेल साबित हुई। हरिद्वार में बड़े स्तर पर कुंभ में एंटीजन टेस्ट घोटाला हुआ, केंद्र से राज्यवासियों को वैक्सीन दिलाने में नाकाम साबित हुए, 50 लाख युवाओं की जान से खिलवाड़ हो रहा है। उन्हें लंबे समय से टीका उपलब्ध करा पा रहे हैं। तीसरी लहर के मद्देनजर सरकार अभी तक कोई रोडमैप तैयार नहीं कर पाई। वेंटिलेटर, ऑक्सीजन और डॉक्टरों की कमी के चलते कोरोना की दूसरी लहर में कई लोगों ने जान गवाईं। जिसकी जिम्मेदारी पूरी तरह से तीरथ सरकार की है।
इसके अलावा बेरोजगार सड़कों पर रोजगार के लिए प्रदर्शन करते रहे। उनके कार्यकाल में बेरोजगारी दर 6 गुना बढ़ गई। तीरथ कार्यकाल में महंगाई दर पूरे भारत में सबसे ज्यादा है। लोग महंगाई से परेशान हैं, लेकिन तीरथ सरकार की कानों में जूं तक नहीं रेंगी। यही नहीं बिजली के दामों में बढ़ोतरी हुई, देवस्थानम बोर्ड पर तीर्थ पुरोहित आंदोलन कर रहे हैं और सरकार कोई फैसला नहीं ले पाई, केंद्र से न वैक्सीन ला पाए और कैंपा के बजट में भी कटौती इनके कार्यकाल में हुई।
आप नेता रवींद्र जुगरान ने कहा कि तीरथ सरकार की असफलता की लंबी चौड़ी लिस्ट है, जो पिछले 100 दिनों में डबल इंजन की सरकार की पूरी तरह असफलता को बताती है। जुगरान ने कहा इसके अलावा भौगौलिक और आपदा से जूझते प्रदेश को इनके कार्यकाल में केंद्र से एयर एंबुलेंस लाने में नाकामी मिली। सैन्य धाम का सपना अभी भी अधूरा है । इनके कार्यकाल में एक तरफ लोग कोरोना से जूझते रहे दूसरी तरफ सरकार ना टैक्सी, ऑटो वालों को, ना होटल वालों को,ना व्यापारियों को और ना ही राज्य के आम लोगों को कोई राहत दे पाई। जो ये बताने के लिए काफी है बीजेपी ने एक जीरो वर्क सीएम को हटाकर दूसरा जीरो विजन सीएम उत्तराखंड की जनता पर थोप दिया। बताता है तीरथ सरकार के 100 दिन पूरी तरह से बेकार साबित हुए।
उन्होंने कहा कि इन 100 दिनों में ही तीरथ सिंह रावत ने त्रिवेंद्र राज के नाकामी के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। आप नेता जुगरान ने कहा कि तीरथ सरकार की नाकामी पर कल 18 जून को आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता सभी 70 विधानसभाओं में विरोध प्रदर्शन करेंगे और तीरथ सरकार की 100 दिनों की नाकामी को पूरे प्रदेश में जनता तक पहुंचाएंगे।
Bhanu Bangwal
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।