चलती बाइक पर बाघ का हमला, युवक को दबोच कर ले गया, तलाश जारी, चंपावत में भी हुआ था ऐसा हमला
उत्तराखंड में जंगली जानवरों के हमले का एक नया रूप भी सामने आ रहा है। एक सप्ताह के भीतर ही चलती बाइक में गुलदार और बाघ के हमले की दो घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
घटना नैनीताल जिले के रामनगर क्षेत्र में कार्बेट टाइगर रिजर्व (सीटीआर) के सर्पदुली रेंज की है। जहां मोहान में हाईवे से बाइक सवार युवक को बाघ उठा ले गया। युवक का साथी शोर मचाता रह गया, लेकिन बाघ युवक को खींचता हुआ जंगल में ले गया। पुलिस व वन विभाग की टीम ने रात तक लापता युवक की खोज की, लेकिन अंधेरा होने की वजह से उसका पता नहीं चल पाया। वन कर्मियों ने लापता के मोबाइल पर काल भी की, तो घंटी बजती रही। बाद में वन कर्मियों ने काल करना बंद कर दिया। ताकि उसकी बैटरी आफ न हो जाए। रविवार को मोबाइल की लोकेशन सर्च कर युवक का पता लगाया जाएगा।
बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के तहसील हसनपुर गांव जिहल निवासी 25 वर्षीय अफसारुल उर्फ भूरा पुत्र बाबू अपने साथी मो. अनस पुत्र शकील अहमद के साथ घूमने के लिए निकले थे। वह पहले नैनीताल फिर रानीखेत होते हुए अल्मोड़ा घूमने निकल गए। शनिवार देर शाम को ही अल्मोड़ा से वाया रामनगर होते हुए वह अमरोहा को जा रहे थे। बाइक अनस चला रहा था। रात सवा आठ बजे वे रामनगर वन प्रभाग के अंतर्गत कोसी रेंज के मोहान क्षेत्र में पहुंचे। इस बीच घात लगाए बाघ ने उन पर हमला कर दिया।
हमले से बाइक अनियंत्रित हुई तो दोनों सड़क पर गिर गए। बाघ पीछे गिरे अफसारुल को खींचकर जंगल को ले जाने लगा। अनस के मुताबिक, बाघ ने जैसे ही झपट्टा मारा तो एक पल के समझ नहीं आया कि क्या हुआ। बाघ देखकर उसके होश उड़ गए। जब तक उसका दोस्त उठने की कोशिश करता बाघ ने उसे अपने जबड़े में दबोच लिया। झपटने के दौरान बाघ का पंजा उसे भी लगा है। अंधेरा होने की वजह से सामने बाइक की हेड लाइट से बाघ नहीं दिखा। बाघ सड़क किनारे झाड़ी में छिपा था।
शोर मचाते हुए हिम्मत जुटाकर अनस बाइक उठाकर मोहान चौकी पहुंचा। इसके बाद सीटीआर का स्टाफ व रामनगर कोतवाल अरुण सैनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। तत्काल लापता अफसारुल की तलाश की गई, लेकिन उसका पता नहीं चला। वन कर्मियों के मुताबिक, मौके से खून के निशान मिले हैं। बाघ युवक को कोसी नदी की ओर ले गया है। खोजबीन की जा रही है। घटना के बाद हाईवे पर बाइक सवारों को सावधान किया जा रहा है। हाईवे पर गश्त शुरू हो गई है।
एक सप्ताह के भीतर उत्तराखंड में इस तरह की दूसरी घटना है। चंपावत जिले में ऐसी घटना प्रकाश में आई थी। वहां भी गुलदार ने चलती बाइक पर बैठे युवकों पर ही हमला कर दिया। इनमें से एक को दबोच कर वह कुछ दूर घसीटकर भी ले गया। गमीनमत थी कि उसके साथी ने शोर मचाया। इस पर गुलदार भाग निकला।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।