लेंटर डालने में जुटे तीन हजार लोग, 8460 स्क्वायर फीट में लगी 1700 बोरी सीमेंट, नहीं ली किसी ने मजदूरी, जानिए कारण
जब किसी मकान, भवन, दुकान के निर्माण में दीवारें उठ जाती हैं और शटरिंग के बाद लेंटर पड़ता है, तो उस समय काम करने वाले श्रमिकों में भी गजब का उत्साह होता है। एक तरफ सीमेंट और बजरी के मिश्रण करने वाली मशीन का शोर होता है, तो दूसरी तरफ श्रमिकों का भी हो हल्ला मचता रहता है। सब एक दूसरे को जोश से भरते हैं। ऐसे में जब किसी भवन के निर्माण के दौरान शोर मच रहा हो तो दूर से ही समझ आ जाता है कि उस समय लेंटर डाला जा रहा है। यहां हम एक ऐसे लेंटर पड़ने की जानकारी दे रहे हैं, जिसमें तीन हजार से ज्यादा श्रमिक लगे। श्रमिक शोर की बजाय गुरु के नाम का जाप कर रहे थे। 8460 स्क्वायर फीट के एरिया में करीब 1700 बोरी सीमेंट की लग गई, लेकिन श्रम करने वाले किसी भी व्यक्ति ने मजदूरी नहीं ली। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस तरह के भवन की तस्वीर अब सोशल मीडिया में वायरल हो रही है, जिसमें किसी बड़े भवन का लेंटर डाला जा रहा है। यानि कि छत ढाली जा रही है। तस्वीर में बहुत सारे लोग काम करते नजर आ रहे हैं। गिट्टी और बालू का भारी ढेर भी नजर आ रहा है। यह तस्वीर राजस्थान के कोटा की है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस कार्य में किसी ने लेबर चार्ज इसलिए नहीं लिया, क्योंकि श्रम करने वाले लोग अपनी मर्जी के सेवा के लिए एकत्र हुए थे। दरअसल राजस्थान में कोटा के अगमगढ़ गुरुद्वारा दरबार साहिब की बिल्डिंग की पहली मंजिल की छत डालने के लिए देशभर से सेवादार जुटे और लगातार 10 घंटे सेवा कार्य कर उन्होंने लेंटर डाल दिया। इन सेवादारों में पंजाब, गुजरात, यूपी, एमपी से करीब तीन हजार लोग शामिल थे। अब 10 दिन बाद पहली मंजिल की शटरिंग खोली जाएगी।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।