कांग्रेस छोड़कर आप में शामिल होने वालों का पार्टी के प्रदेश कार्यालय में स्वागत, अपनी हार से कांग्रेस नहीं ले रही सबकः जोत सिंह बिष्ट
एक दिन पहले कांग्रेस छोड़कर दिल्ली में आम आदमी पार्टी में शामिल होने वाले कांग्रेस नेताओं का आज पार्टी के प्रदेश कार्यालय में स्वागत किया गया। इस मौके पर उत्तराखंड में पार्टी के प्रदेश के संगठन समन्वयक जोत सिंह बिष्ट ने कांग्रेस पर निशाना साधा।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में कांग्रेस की इस हालत के लिए कोई और नहीं, बल्कि खुद उत्तराखंड के कांग्रेस के नेता जिम्मेदार हैं। इस अंतर्कलह से पार्टी में लगातार उपेक्षा से पीड़ित होकर अपने जीवन के 45 महत्वपूर्ण साल तक कांग्रेस की सेवा करने वाले डॉक्टर आर पी रतूड़ी, तीन दशक से महिला कांग्रेस में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली कमलेश रमन और कांग्रेस के एक बड़े नेता को कई सालों तक सोशल मीडिया पर चमकाने वाले आईटी विशेषज्ञ कुलदीप चौधरी ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर के आम आदमी पार्टी में शामिल होने का फैसला लिया।
उन्होने आगे कहा कि कांग्रेस से मोह भंग होने के बाद उत्तराखंड में इन तीनों वरिष्ठ नेताओं के सामने अपने हितों की रक्षा के लिए अपने व्यक्तिगत फायदे के लिए विकल्प के रूप में सत्ताधारी दल की सदस्यता ग्रहण करने का था लेकिन हमारे इन तीनों साथियों ने अपने व्यक्तिगत हितों को पीछे रखते हुए जनहित के मुद्दों के लिए संघर्ष करने का रास्ता चुना। इन्होंने उत्तराखंड की जनविरोधी भाजपा सरकार की गलत आर्थिक नीतियों के खिलाफ लड़ने का मन बनाया।
उन्होने आगे कहा कि भाजपा की वर्तमान सरकार ने अपने बजट डॉक्यूएमेन्ट में राज्य की आर्थिक स्थिति का जो उल्लेख किया है, वह वास्तव में चिंताजनक है। राज्य की कांग्रेस और भाजपा की सरकारों ने इन 22 सालों में राज्य पर 85000 करोड़ के कर्ज का बोझ लाद दिया है। जो अगले साल तक एक लाख करोड़ रुपये हो जाएगा और उत्तराखंड का प्रत्येक व्यक्ति 85 हजार का कर्जदार हो जाएगा। दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी की सरकार देश में एकमात्र सरकार है, जिसके बेहतर आर्थिक प्रवंधन के कारण दिल्ली सरकार की आय उसके कुल ख़र्च से 7000 करोड़ ज्यादा है। दिल्ली सरकार देश मे एकमात्र सरकार है, जिसने फायदे का सरप्लस बजट पेश किया है।
उन्होने कहा कि इस फायदे के बजट का राज है दिल्ली सरकार की कट्टर ईमानदारी, दूरगामी सोच के साथ काम करने की नीति है। जिम्मेदारी से और समय से काम करने की प्रतिबद्धता है। इसी बात को समझकर, दिल्ली सरकार के विश्व स्तरीय शिक्षा के मॉडल, स्वास्थ्य सेवाओं के प्रबंधन, गरीबों, मजदूरों और महिलाओं के हितों की रक्षा की योजनाओं से प्रभावित हो कर संघर्ष का रास्ता चुना और आम आदमी पार्टी में शामिल होने का फैसला किया।
उन्होंने कहा कि कल जब डॉ. रतूड़ी, कमलेश व कुलदीप ने सोशल मीडिया पर कांग्रेस का दामन छोड़ने की पोस्ट डाली तो कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व की पांत में शामिल सभी नेता ने इन लोगों को रोकने की बजाय नेता हरक सिंह जी के आवास पर इकट्ठा हो गए। कांग्रेस के नेता पूरी तरह से गैर जिम्मेदार होकर पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ताओं को हतोत्साहित करने में मशगूल हैं। उनका अपमान कर रहे हैं और यह केवल उत्तराखंड में नहीं, बल्कि राष्ट्रीय नेतृत्व में इसी लाइन पर आगे बढ़ रहा है। इसी का परिणाम है कि केवल उत्तराखंड में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में लोग लगातार कांग्रेस से किनारा कर रहे हैं।
जोत सिंह बिष्ट ने आगे कहा कि भाजपा पूरे देश में कांग्रेस के विधायकों पर सेंधमारी कर रही है। भाजपा अपने कांग्रेसमुक्त भारत के नारे को चरितार्थ करने के लिए चुनाव से जीतकर आने के बजाय ईडी, सीबीआइ से लेकर धनबल का सहारा लेकर चुनी हुई सरकारों को गिरा रही है। भाजपा 2016 से 2020 के बीच मे अरुणाचल प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, कर्नाटक मे सत्ता बल और धन बल का प्रयोग करके कांग्रेस के 100 से अधिक विधायकों खरीद फ़रोक्त करके 4 राज्यों की सरकार गिरने मे सफल रही। सत्ता के खेल मे उलजकर जनता की अनदेखी करने वाली कांग्रेस और भाजपा की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष के साथ ही आम आदमी पार्टी के शासित राज्यों में गरीब के बच्चों को बेहतर शिक्षा, प्रयाप्त रोजगार, गरीब लोगों को निशुल्क इलाज, निशुल्क बिजली जैसी सुविधाएं देने के संकल्प के लिए काम करेंगे। इस दौरान डाक्टर आर पी रतूड़ी, कमलेश रमन, रवींद्र आंनद, उमा सिसोदिया, कुलदीप चौधरी और हिम्मत बिष्ट मौजूद रहे।