निराशाजनक रहा उत्तराखंड में बीजेपी का इस साल का कार्यकालः लालचंद शर्मा
देहरादून महानगर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने उत्तराखंड की बीजेपी सरकार पर सियासी हमला बोला। उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 में बीजेपी का कार्यकाल निराशाजनक रहा है। ना तो प्रदेश में कानून व्यवस्था में सुधार हुआ और ना ही युवाओं को पर्याप्त रोजगार ही मिला। सिर्फ विकास का ढिंढौरा पीटा गया, जिसे प्रदेश की जनता भली भांति जानती है। इसका हिसाब आगामी लोकसभा चुनावों में चुकाया जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एक बयान में लालचंद शर्मा ने कहा कि हाल ही में मीडिया में प्रकाशित खबरों में कहा गया है कि धामी सरकार ने छह हजार लोगों को विभिन्न सरकारी विभागों में रोजगार दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश की बेरोजगारी को देखते हुए ये रोजगार अपर्याप्त है। राज्य में आठ लाख से ज्यादा पंजीकृत बेरोजगार हैं। ऐसे में प्रदेश सरकार ने इन बेरोजगारों के लिए क्या किया, इसका जवाब सरकार को देना चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
लालचंद शर्मा ने कहा कि उत्तराखंड के मुख्य मंत्री पुष्कर सिंह धामी को याद रखना चाहिए कि जब उन्होंने पहली बार मुख्यमंत्री की शपथ ली थी तो उन्होंने सबसे पहले पत्रकारों से बातचीत में क्या बोला। यदि सीएम भूल गए तो मैं याद दिला देता हूं। वर्ष 2021 में सीएम की शपथ लेते ही धामी ने कहा था कि वह जो कहेंगे उसे करके दिखाएंगे। तब उन्होंने छह माह में प्रदेश भर में सरकारी विभागों के 22 हजार रिक्त पदों पर नियुक्ति की बात की थी। सरकार तो बताना चाहिए कि वर्ष 2021 से लेकर अब तक कितने लोगों को सरकारी नौकरी मिली। कई भर्ती परीक्षाएं तो नकल की भेंट चढ़ी। इसमें बीजेपी नेताओं के नाम सामने आए और कई जेल भी गए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
लालचंद शर्मा ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं के यौन शोषण के साथ ही अन्य अपराधिक मामलों में एकाएक इजाफा हुआ है। प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज शायद ही बची है। देहरादून में जिस दिन राष्ट्रपति पहुंची उसी दिन करोड़ों की डकैती ज्वैलरी शो रूम में पड़ गई। इस डकैती में आरोपियों को पकड़ने के दावे तो किए गए, लेकिन कितना माल बरामद हुआ ये भी प्रदेश की जनता को बनाना चाहिए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में एनसीआरबी ( नेशनल क्राइम रिपोर्ट ब्यूरो) की ओर से जारी आंकड़ों से ही उत्तराखंड में कानून व्यवस्था की पोल खुल रहगी है। आंकड़ों में बताया गया है कि उत्तराखंड में एक वर्ष यानी कि 2022-23 में 907 बच्चियों के साथ दुष्कर्म और 778 बच्चियों का अपहरण हो चुका है। ये आंकड़े चौंका देने वाले हैं। दुष्कर्म के मामलों कई मामलों में भी बीजेपी नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं। चाहे वो अंकिता भंडारी हत्याकांड हो या फिर चम्पावत में भाजपा के मंडल अध्यक्ष कमल रावत पर एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म का मामला। सबसे सत्ताधारी पार्टी के नेताओं के नाम ही सामने आए। लिस्ट इतनी लंबी है कि उसका अंत नहीं होगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इसी तरह बिजली के रेट में कई बार बढ़ोत्तरी की गई। पानी के रेट बढ़ाए गए। आम जनमानस खुद को ठगा महसूस कर रहा है। सरकार सिर्फ प्रचार के जरिये अपनी पीठ थपथपा रही है। महंगाई से लोग त्रस्त हैं। रसोई का खर्च अब बजट से बाहर होता जा रहा है। स्वास्थ्य, शिक्षा के क्षेत्र में भी सरकार फ्लाप साबित हुई। ऐसे में उत्तराखंड में बीजेपी सरकार का इस साल का कार्यकाल निराशाजनक साबित हुआ है। अब लोकसभा चुनावों में जनता ही बीजेपी को सबक सिखाने वाली है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।