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April 16, 2025

इस बार दो दिन है धनतेरस, आज से करें खरीददारी शुरू, जानिए शुभ मूहूर्त

धनतेरस कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। साल 2022 में धनतेरस की तिथि को लेकर कंफ्यूजन की स्थिति बन गई है। दरअसल इस बार कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि का आरंभ 22 अक्टूबर, शनिवार को शाम 06 बजकर 02 मिनट से शुरू हो रही है। वहीं त्रयोदशी तिथि की समाप्ति 23 अक्टूबर को शाम 06 बजकर 03 मिनट पर होगी। ऐसे में धनतेरस की सही तिथि को लेकर लोगों में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई है। धनतेरस की आज से कल तक खरीददारी कर सकते हैं, लेकिन आज शनिवार होने के कारण लोहे की वस्तु खरीदने से परहेज बरतेें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

ज्योतिष शास्त्र की मान्यता के अनुसार, धनतेरस की पूजा के लिए सबसे उपयुक्त समय प्रदोष काल होता है। इस दिन स्थिर लग्न में पूजा की जाती है। मान्यता है स्थिर लग्न में धनतेरस की पूजा करने पर घर में मां लक्ष्मी का वास होता है। ज्योतिष शास्त्र के जानकारों की मानें तो धनतेरस पर स्थिर लग्न वृषभ होता है। ऐसे में धनतेरस का पर्व त्रयोदशी तिथि, प्रदोष काल और स्थिर लग्न में मनाना ज्यादा अच्छा है। 22 अक्यूबर को ही प्रदोष व्रत भी रहेगा। ऐसे में 22 अक्टूबर को ही धनतेरस मनाई जाएगी, क्योंकि धनतेरस प्रदोष के दिन ही रहती है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

धनतेरस की तिथि और शुभ मुहूर्त
त्रयोदशी तिथि शुरू – 22 अक्टूबर 2022 को शाम 06:02 बजे
त्रयोदशी तिथि समाप्त – 23 अक्टूबर 2022 को शाम 06:03 बजे
प्रदोष काल – 05:45 पीएम से 08:17 पीएम
वृषभ काल – 07:01 पीएम से 08:56 पीएम
धनतेरस पूजा मुहूर्त – 07:01 पी एम से 08:17 पीएम (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

धनतेरस 2022 में खरीददारी का शुभ मुहूर्त
धनतेरस के लिए खरीदारी 22 और 23 अक्टूबर दोनों ही दिन कर सकते हैं. धनतेरस की खरीदारी त्रयोदशी तिथि में करना सबसे उपयुक्त और शुभ माना जाता है। ऐसे में त्रयोदशी तिथि का ध्यान रखते हुए 22 अक्टूबर को शाम 4 बजकर 13 मिनट से बाद और 23 अक्टूबर को शाम 4 बजकर 45 मिनट से पहले खरीदारी करना शुभ रहेगा। धनतेरस की खरीदारी के लिए शनिवार को लोहे की वस्तुएं ना खरीदें, क्योंकि मान्यता है कि शनिवार के दिन लोहा नहीं खरीदा जाता है।(खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

एक ही दिन पड़ रही है नरक चतुर्दशी और दीपावली
नरक चतुर्दशी कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाई जाती है। इस साल नरक चतुर्दशी और दिवाली का संयोग एक ही दिन 24 अक्टूबर को बन रहा है। ऐसे में इस साल नरक चतुर्दशी और दिवाली 2022 एक ही दिन 24 अक्टूबर, सोमवार को मनाई जाएगी। हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, नरक चतुर्दशी को छोटी दिवाली भी कहते हैं। इस साल कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी 24 अक्टूबर, सोमवार को पड़ रही है। चतुर्दशी तिथि का आरंभ 23 अक्टूबर को शाम 06 बजकर 03 मिनट से हो रहा है। वहीं चतुर्दशी तिथि का समापन 24 अक्टूबर को शाम 5 बजकर 27 मिनट पर हो रहा है। ऐसे में उदया तिथि की मान्यतानुसार, नरक चतुर्दशी 24 अक्टूबर को मनाई जाएगी। यानी इस साल दिवाली और नरक चतुर्दशी एक ही दिन मनाई जाएगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

एक दिन बाद होगी गोवर्धन पूजा
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को धनतेरस, चतुर्दशी को नरक चतुर्दशी (चौदस) और अमावस्या को दीपावली मनायी जाती है। इस बार तीनों त्योहारों की तिथियों को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है। 25 अक्टूबर को सूर्यग्रहण लग रहा है। इसलिए 24 अक्टूबर को ही नरक चतुर्दशी और दीपावली मनेगी। सूर्य ग्रहण के कारण इस बार गोवर्धन पूजा 25 की जगह 26 को होगी और 27 अक्टूबर को भाई दूज और चित्रगुप्त भगवान की पूजा होगी। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है जो शुभ फलदाई होगा। हालांकि ग्रहण के कारण कई व्रत और त्योहार प्रभावित होंगे।

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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