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December 12, 2024

इस बार भी गणतंत्र दिवस परेड में उत्तराखंड की झांकी, नहीं होगा कोई मुख्य अतिथि, 75 लड़ाकू विमान बनाएंगे ये आकृति

इस बार कोरोना की तीसरी लहर के चलते गणतंत्र दिवस समारोह में दर्शकों की संख्या सीमित कर दी गई है। साथ ही उत्तराखंड के लिए सबसे बड़ी खबर ये है कि इस बार भी उत्तराखंड की झांकी परेड में शामिल हो रही है।

इस बार कोरोना की तीसरी लहर के चलते गणतंत्र दिवस समारोह में दर्शकों की संख्या सीमित कर दी गई है। साथ ही उत्तराखंड के लिए सबसे बड़ी खबर ये है कि इस बार भी उत्तराखंड की झांकी परेड में शामिल हो रही है। पिछले साल भी गणतंत्र दिवस समारोह में उत्तराखंड की झांकी ‘केदारखंड’ को शामिल किया गया था और इस झांकी ने तीसरा स्थान प्राप्त करने का गौरव हासिल किया था। इस बार तय किया गया है कि कोरोना के चलते कार्यक्रम में कोई मुख्य अतिथि नहीं होगा। साथ ही इसमें 75 लड़ाकू विमान उड़ान भरेंगे और आसमान में 75 की आकृति बनाएंगे।

उत्तराखंड की झांकी की खासियत
उत्तराखंड सरकार या कहें कि शासन भले ही गणतंत्र दिवस परेड समारोह को लेकर इस बार प्रचार करने से चूक गई और मीडिया तक में कोई ऐसी सूचना जारी नहीं की, लेकिन उत्तराखंड के पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इसकी जानकारी को सोशल मीडिया में जरूर साझा किया। उन्होंने ही बताया कि इस बार मोक्षधाम भगवान बदरीविशाल, विश्वप्रसिद्ध टिहरी डैम, हेमकुंड साहिब, ऐतिहासिक डोबरा चांठी पुल से सजी देवभूमि उत्तराखंड की झांकी इस वर्ष गणतंत्र दिवस राजपथ पर नजर आएगी। उन्होंने आगे लिखा कि-12 राज्यों में से हमारी देवभूमि की झांकी का चयन होना समस्त प्रदेश वासियों के लिए गौरव की बात है।

पिछली बार भी शामिल हुई थी उत्तराखंड की झांकी
गणतंत्र दिवस 2021 में राजपथ पर निकली ‘केदारखण्ड’ की झांकी, देश में तीसरे स्थान पर रही थी। उत्तराखंड को पहली बार झांकी को लेकर पुरस्कार मिला था। राजपथ में केदारखंड की थीम पर निकली उत्तराखंड राज्य की झांकी को काफी सराहा गया था। इस बार की झांकी से भी उत्तराखंड की जनता ऐसी ही उम्मीद लगाए बैठी है।
ऐसे की जा रही हैं तैयारी
गणतंत्र दिवस की परेड देखने के लिए राजपथ पर इस बार करीब 24,000 लोगों के उपस्थित रहने की उम्मीद है। कोविड महामारी के चलते गणतंत्र दिवस समारोह में कोई मुख्य अतिथि नहीं होगा। अधिकारियों ने कहा कि परेड के रूट में कोई परिवर्तन नहीं है। एक अधिकारी ने बताया कि-पानी की निकासी से जुड़े बेहतर रास्ते, माइक्रो इरिगेशन सिस्टम, कुछ पैदल पथ और बैठने के लिए बेहतर मॉडल कुर्सियां तैयार की जा रही हैं।

सेंट्रल विस्टा का काम समारोह के बाद
477 करोड़ रुपये की सेंट्रल विस्टा राजपथ परियोजना का काम अभी बाकी है और बचा हुआ काम अब गणतंत्र दिवस समारोह के बाद पूरा किया जाएगा। परियोजना को दिसंबर में पूरा किया जाना था, लेकिन महामारी और उससे जुड़े प्रतिबंधों, बेमौसम बारिश समेत अन्य वजहों से परियोजना को पूरा करने में देरी हुई।
इस बार 75 लड़ाकू विमान बनाएंगे 75 की आकृति
गणतंत्र दिवस परेड ना केवल देश के भीतर काफी पसंद की जाती है, बल्कि दुनियाभर में भी इसकी चर्चा होती है। इस साल ये दिन पहले से भी ज्यादा खास होने वाला है। 26 जनवरी को आजादी का अमृत महोत्सव के जश्न के तहत 75 लड़ाकू विमान उड़ान भरेंगे। यह राजपथ पर होने वाला अब तक का सबसे भव्य फ्लाईपास्ट होगा। इस बात की जानकारी भारतीय वायु सेना (IAF) पीआरओ विंग कमांडर इंद्रनील नंदी ने दी है।
ये विमान होंगे शामिल
इस बार पांच राफेल लड़ाकू विमान करतब दिखाने के साथ ही अपनी ताकत का प्रदर्शन करेंगे। पहली बार नौसेना के MiG29K और P8I लड़ाकू विमान भी हिस्सा ले रहे हैं। विंग कमांडर इंद्रनील नंदी ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि भारतीय वायुसेना, थल सेना और नौसेना के विमानों सहित 75 लड़ाकू विमानों के साथ गणतंत्र दिवस परेड के दौरान राजपथ पर होने वाला यह अब तक का सबसे भव्य फ्लाईपास्ट होगा। 17 जगुआर विमान अमृत महोत्सव के 75वें वर्ष की आकृति बनाते हुए आसमान में दिखाई देंगे।
अगले साल सेंट्रल विस्टा पर होगा गणतंत्र दिवस समारोह
इस साल गणतंत्र दिवस समारोह की राजपथ पर तैयारियां जोरों से चल रही हैं। अगले सप्ताह होने वाली गणतंत्र दिवस की परेड नए लुक में तैयार हो रहे सेंट्रल विस्टा पर आयोजित की जाएगी। 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस पर देश की सैन्य ताकत और सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन किया जाएगा। इसके मद्देनजर सरकार 26 जनवरी से पहले राजपथ को तैयार करने में जुटी है।

ब्रिटिश स्टाइल की कुर्सिंयां
अधिकारियों ने कहा कि ब्रिटिश स्टाइल की कुर्सियां, लाइट और पानी की निकासी से जुड़े नए रास्ते तैयार हैं। हालांकि, पिछले दिनों हुई बारिश के चलते काम धीमा पड़ गया है। अभी समय बचा हुआ है। सड़क को बराबर यानी समतल किया जा रहा है। मजदूर कड़ी मेहनत से अपने काम में लगे हुए हैं। अधिकारियों का कहना है कि राष्ट्रपति सलामी के लिए पाथ-वे का एक हिस्सा तैयार नहीं है। नए टॉयलेट ब्लॉक और पाथ-वे का काम 26 जनवरी तक पूरा नहीं हो पाएगा।
मंत्री ने की समीक्षा
केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सेंट्रल विस्टा परियोजना के कामों की समीक्षा की। साथ ही नवविकसित राजपथ की तस्वीरें भी ट्विटर पर साझा कीं, जो राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक सेंट्रल विस्टा परियोजना क्षेत्र के अंतर्गत आता है। पुरी ने ट्वीट कर कहा कि परियोजना की प्रगति की समीक्षा के लिए सेंट्रल विस्टा एवेन्यू का दौरा किया। पिछले दिनों हुई अप्रत्याशित बारिश और ओमिक्रॉन के मौजूदा प्रकोप के बावजूद परियोजना का कार्य समयबद्ध तरीके से प्रगति पर है।

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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