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February 6, 2025

इनके लिए 13 नंबर अशुभ नहीं, वरदान की तरह किया जीवन में शामिल, जानिए 13 की कहानी

कहते हैं कि 13 नंबर यानी 13 की संख्या अशुभ है। होटलों में तो कमरों के नंबर 13 गायब रहते हैं। वहीं, कुछ लोग ऐसे हैं जो 13 नंबर को शुभ मानते हैं। उनकी दिनचर्या से ही ये नंबर जुड़ चुका है। ऐसी की हम कहानी बताने जा रहे हैं 13 नंबर पर अटूट विश्वास रखने वाले देहरादून के आड़ती की। चलिए हम उनके बारे में बताते हैं।
ऐसे जाना 13 नंबर का महत्व
देहरादून के मन्नूगंज निवासी शम्मी सेठी को 13 नंबर पर अटूट विश्वास है। वह बताते हैं कि बचपन में उन्होंने गुरुनानक देवजी के जीवन की कथा सुनी, तब 13 नंबर का जिक्र आया। बताया गया कि जब श्री गुरुनानक देव जी छोटे थे तो पिता ने उसके लिए दुकान (मोदीखाना) खोलकर दी। इस पर गुरुनानक जी व्यापार करने के बजाय दुकान में रखा सामान वहां पहुंचे लोगों को बांटने लगे। साथ ही वह गिनती कर रहे थे। जब 13 वां व्यक्ति सामान लेने उनके पास पहुंचा तो वह कुछ क्षण के लिए रुके। तब उनके मुंह से ये शब्द निकले-हे भगवान सब कुछ तेरा है, हमारा कुछ नहीं।
13 नंबर की तेरा से व्याख्या
13 नंबर को उच्चारण कर तेरा की तरह बोलकर इस नंबर लोग अटूट विश्वास करते हैं। इस नंबर को सबकुछ तेरा के रूप में मानते हैं। शम्मी सेठी बताते हैं कि तेरा का मतलब ही-भगवान सब कुछ तेरा है। इसे ही मानते हुए इस नंबर के प्रति उनका रुझान हुआ।


वाहनों के नंबर का अंतिम अंक है 13 और जोड़ भी हैं 13
शम्मी सेठी जब भी वाहन खरीदने के बाद नंबर लेते हैं तो इस बात का ध्यान रखते हैं कि अंत में नंबर 13 रहे। साथ ही वाहन के नंबरों का जोड़ भी 13 रहे। जैसे उनकी बाइक का नंबर-4513 है। इस नंबर को यदि आपस में जोड़ेंगे तो 4+5+1+3=13 है। इसी तरह उनके स्कूटर का नंबर 1813, कार का नंबर 7213 है।
फोन और मोबाइल नंबर भी 13
शम्मी सेठी के लैंडलाइन फोन, मोबाइल आदि के नंबर में भी अंतिम संख्या 13 ही रहती है। वह बताते हैं कि इस नंबर पर उनका विश्वास है। इसलिए ये नंबर उन्हें आसानी से मिल भी जाता है।


दुकान का नंबर भी 13, यहां चली किस्मत
शम्मी सेठी की देहरादून निरंजन मंडी में दुकान है। वह बताते हैं कि वर्ष 1990 में उन्हें दुकान आवंटित की गई। किस्मत से उन्हें जो दुकान आवंटित हुई उसका नंबर भी 13 है। यहां से उनकी 13 नंबर पर आस्था और बढ़ गई। वह कहते हैं कि अमेरिका जैसे बड़े देशों में लोग 13 नंबर से परहेज करते हैं। इसे अशुभ मानते हैं, जबकि सच्चाई ये है कि ये नंबर शुभ में भी अधिक शुभ है।

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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