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August 3, 2025

गांव में मचा शोर, शेर आया-शेर आया, वन जीव अधिकारियों ने की पड़ताल तो हैरत में पड़ गए सब

गांव में शोर मचा। शेर आया-शेर आया। आनन फानन में वन्य जीव अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई। झाड़ियों में छिपे शेर को काबू करने के लिए तीन सशस्त्र वन्य जीव अधिकारी मौके पर पहुंचे। कुछ ही देर बाद जब उन्हें हकीकत पता चली तो सब हैरान रह गए।

गांव में शोर मचा। शेर आया-शेर आया। आनन फानन में वन्य जीव अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई। झाड़ियों में छिपे शेर को काबू करने के लिए तीन सशस्त्र वन्य जीव अधिकारी मौके पर पहुंचे। कुछ ही देर बाद जब उन्हें हकीकत पता चली तो सब हैरान रह गए।
मामला केन्या (Kenya) का है। जहां आवारा शेर देखे जाने की रिपोर्ट पर वन्य जीव अधिकारी पहुंचे थे। माउंट केन्या नेशनल पार्क से महज एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित किन्याना गांव के एक खेत में काम करने वाले एक कर्मचारी ने अपने मालिक के घर के बाहर शेर को देखकर शोर मचाया। हालांकि, जब 3 सशस्त्र वन्यजीव अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे तो उन्होंने जल्द ही पता चला कि एक घातक शिकारी के बजाय वहां वास्तव में कुछ और चीज है।
मौके पर एक एवाकाडो पौधे से भरा प्लास्टिक बैग पड़ा था। जो शेर की तरह नजर आ रहा था। बीबीसी ने बताया, कि पौधे को सूखने से रोकने के लिए मालिक द्वारा बैग को बाड़े में रखा गया था। जब वन्यजीव अधिकारियों को बुलाया गया तो घर का मालिक बाहर था, जिससे उन्हें बैग के बारे में बताने वाला कोई नहीं था।
जब मालिक वापस आ गया, तो उसे शेर के बारे में बताया गया और उसे सलाह दी गई कि वह इमारत के विपरीत दिशा में दरवाजे से अपने घर में प्रवेश करे। तब शेर की खोज हो रही थी। बैग खिड़की के समीप रखा था। जब खिड़की खोली गई तो अधिकारियों की नजर बैग पर पड़ी। तब पता चला कि वहां शेर था ही नहीं।
बीबीसी से बात करते हुए, लॉयल प्रमुख साइरस म्बिजिवे ने कहा कि हालांकि हाल ही में इस क्षेत्र में शेरों की कोई रिपोर्ट नहीं मिली थी, निवासियों ने शिकायत की थी कि उनके कुछ पशु गायब हो गए थे। इसलिए, अधिकारियों ने घटना को बहुत सावधानी और गंभीरता से लिया। प्रमुख ने कहा कि हमने पहले सुनिश्चित किया कि सभी सुरक्षित हैं, फिर वन्यजीव अधिकारियों ने जांच की और पाया कि यह एक बैग था। इस बीच, झूठी जानकारी के बावजूद, केन्या वन्यजीव सेवा ने संभावित संघर्ष को कम करने के लिए आवाज़ उठाने के लिए जनता की सराहना की।

Bhanu Bangwal

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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