इस जानवर के दूध में होता है शराब जैसा नशा, पाया जाता है 60 फीसदी से ज्यादा अल्कोहल, इंसान के लिए खतरनाक, जानिए कारण
1 min readस्वास्थ्य के लिए दूध से बेहतर शायद दूसरा पेय पदार्थ हो। इसे सबसे ज्यादा पोष्टिक माना जाता है। इसका कारण ये है कि दूध में कई तरह के विटामिन और खनिज होते हैं। यही वजह है कि डॉक्टर भी रोजाना कम से कम एक गिलास दूध पीने की सलाह देते हैं। रात के समय गर्म दूध पीना भी बहुत फायदेमंद माना जाता है। इससे शरीर को ऊर्जा तो मिलती है, साथ ही हड्डियां भी मजबूत होती हैं। शोधों से पता चला है कि रात में गर्म दूध पीने से अच्छी नींद आती है। अब एक सवाल सामने आया कि किस जानवर के दूध में शराब जैसा नशा होता है। ये सवाल ऑनलाइन प्लेटफार्म क्वोरा पर पूछा गया। इसके जो जवाब मिले, वे बेहद चौंकाने वाले हैं। अब हम आपको इसके संबंध में विस्तार से बताते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दूध में 60 फीसद से ज्यादा अल्कोहल की मात्रा
शोधकर्ताओं का दावा है कि दुनिया में एक जानवर ऐसा भी है, जिसका दूध पीने से शराब की तरह नशा चढ़ जाता है। ये जानवर मादा हाथी है। एक्सपर्ट के मुताबिक, हथिनी के दूध में 60 फीसदी से ज्यादा अल्कोहल की मात्रा पाई जाती है। हथिनी के दूध में अल्कोहल की मात्रा के पीछे ही वजह भी बेहद खास है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
शोधकर्ताओं का दावा
शोधकर्ताओं का दावा है कि हाथिनी गन्ना ज्यादा खाती है। वह उसका रस ज्यादा पीती है। इसलिए गन्ने में मौजूद अल्कोहल की मात्रा उसके शरीर में मौजूद रहती है। यह हथिनी के दूध तक में पहुंच जाती है। जब हम हथिनी का दूध पीते हैं तो शराब की तरह नशा चढ़ने लगता है। हालांकि, आप इसे बिल्कुल न मानें कि शराब की जगह आप हथिनी के दूध का प्रयोग कर सकते हैं। यह बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इंसानों के खतरनाक के हथिनी का दूध
रिसर्च में दावा किया गया है कि हथिनी का दूध इंसानों के पीने के लायक नहीं होता। कारण ये है कि इसमें खतरनाक केमिकल होते हैं। हथिनी के दूध में प्रोटीन के साथ-साथ फैट भी बहुत अधिक मात्रा में होता है। यह इतना ज्यादा होता है कि इंसान अगर दूध पी ले तो डाइजेस्ट नहीं कर सकता। ऐसे में पाचन तंत्र को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंच सकता है। हाथिनी के दूध में लैक्टोस और ओलिगोसैकेराइड्स का स्तर बहुत ज्यादा होता है, जबकि अन्य पशुओं के दूध में बेहद कम होता है। यह प्रोटीन के लिए भी नुकसानदेह है। इसलिए भूलकर भी हथिनी का दूध नहीं पीना चाहिए।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।