Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

June 26, 2025

मशहूर रंगकर्मी एवं एक्टिंग गुरु चंद्रमोहन बौठियाल को दून में रंगकर्मियों ने दी श्रद्धांजलि, देहरादून से शुरू हुआ था सफर

देहरादून से रंगकर्म का सफर शुरू करने वाले मशहूर रंगकर्मी एवं एक्टिंग गुरु चंद्रमोहन को देहरादून स्थित गढ़वाल सभा में श्रद्धांजलि दी गई। चंद्रमोहन बौठियाल का निधन 12 नवंबर को मुंबई में हुआ था।

देहरादून से रंगकर्म का सफर शुरू करने वाले मशहूर रंगकर्मी एवं एक्टिंग गुरु चंद्रमोहन बौठियाल को देहरादून स्थित गढ़वाल सभा में श्रद्धांजलि दी गई। चंद्रमोहन बौठियाल का निधन 12 नवंबर को मुंबई में हुआ था। वह 61 वर्ष के थे। वे कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे। उनके निधन से रंगकर्म के क्षेत्र से जुड़े लोगों में शोक की लहर है। चंद्रमोहन ने देहरादून से ही रंगकर्म का सफल शुरू किया और फिर उन्होंने पीछे मुढ़कर नहीं देखा। मुंबई में उनकी पहचान एक्टिंग गुरु के रूप में बनी।
देहरादून में वातायन संस्था के संस्थापक सदस्य गजेंद्र वर्मा के मुताबिक माजरा निवासी चंद्रमोहन बौठियाल वर्ष 1978 में वातायन संस्था से जुड़े। उन्होंने पहला नाटक-लाश से अपने अभिनय की छाप छोड़ी। इसके बाद उन्होंने निशाचर, पहला विद्रोही, आदमी आजाद है, आदि नाटक में भी दमदार अभियन किया। इसके बाद वह भारतेंदु नाट्य केंद्र लखनऊ गए, जहां उन्होंने दो साल तक नाटक विधा का प्रशिक्षण लिया। इसके बाद उनका चयन राष्ट्रीय नाट्य अकादमी (एनएसडी) में हुआ। वहां से स्नातक होने के बाद उन्होंने मुंबई को अपना कार्य क्षेत्र बनाया।

उन्होंने बताया कि चंद्रमोहन बौठियाल ने एनएसडी में प्रशिक्षण के दौरान देहरादून आकर-कंजूस नाटक का निर्देशन किया। इसके बाद उन्होंने ओएनजीसी में नाटक की वर्कशाप आयोजित की और उनके निर्देशन में नीम हकीम नाटक का मंचन किया गया। आज देहरादून में अखिल गढ़वाल सभा के सभागार में रंगकर्मी चंद्रमोहन बोठियाल के निधन पर एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इसमे दून के रंगकर्मियों के द्वारा दिवंगत रंगकर्मी साथी को श्रद्धांजलि अर्पित की।

वर्तमान मे चंद्रमोहन बौठियाल एक्टर्स प्रिपेयर (अनुपम खेर ) के साथ जुड़कर नवोदित कलाकारों को अभिनय की बारीकियां सिखा रहे थे। मुंबई में उनकी पहचान एक्टिंग गुरु के रूप में थी। चंद्रमोहन अपने पीछे अपनी पत्नी निवेदिता बोठियाल और बेटी टुकटुक को छोड़ गए। उनकी पत्नी निवेदिता भी एक असाधारण अभिनेत्री हैं। श्रद्धांजलि देने वालो मे रोशन धस्माना, गजेंद्र वर्मा, रमेश डोबरियाल, प्रदीप घिल्डियाल, अभिषेक मेंदोला, विमला ढौंडियाल, सुनीता चौहान आदि उपस्थित थे।

Bhanu Bangwal

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page

Pačios geriausios virtuvės patarimai, sveika gyvensena ir pasėlių priežiūros gudrybės - visa tai ir daugiau rasite mūsų tinklalapyje. Išmokite gaminti skanius patiekalus, rūpintis savo sodo augalais ir pasidalinkite su mumis savo patirtimi. Kurkite kartu su mumis ir tapti tikrais virtuvės bei sodo meistrais! Lengvos salotos be majonezo, 2025 m.06 d.25 d. idekitė stiklinę ryžių Šašių vokai: kodėl Pavogtas pamiršto ukrainietiško patiekalo, kuris buvo patiekiamas Žali žiediniai kopūstai: tikras supermaistas su 5 unikalios savybės, Kaip išvengti nemigos namuose: liaudies ženklai, ką naktį Sveika vasaros Kaip apskaičiuoti sėkmės kodą, kad pritrauktumėte laimę ir Sultingos salotos Pasidalinkime naudingais patarimais, kurie padės jums palengvinti kasdienį gyvenimą, išmokti naujus virtuvės triukus ir pasimokyti naudingų straipsnių apie daržą. Sveiki atvykę į mūsų svetainę!