पूरा प्रदेश आपदाग्रस्त, डबल इंजन सरकार अपने में मस्त, आम जनता पस्तः सूर्यकांत धस्माना
उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि पूरा प्रदेश आपदाग्रस्त है, लेकिन सरकार को देखकर लगता है कि उसे चिंता नहीं है। सरकार खुद में ही मस्त नजर आ रही है। वहीं, आपदा के साथ ही राजधानी में लगातार बढ़ रहे डेंगू व आई फ्लू के मामलों से भी जनता पस्त है। धस्माना ने राज्य सरकार पर आपदा से निपटने व मरीजों के इलाज में कोताही बरतने के आरोप लगाया। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में धस्माना ने कहा कि पूरे राज्य में लगभग हर जनपद में भारी बरसात के कारण आपदा से भयंकर जान माल का नुकसान हुआ है। राज्य का सरकारी सिस्टम आपदाओं से निपटने व आपदा प्रभावितों को मदद करने में कछुए की चाल से काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि चाहे चमोली में करंट से 17 लोगों की जान जाने का मामला हो, या केदारनाथ रूट में भूस्खलन से दो दर्जन से ज्यादा लोगों के लापता होने का मामला हो। सरकार के सिस्टम ने जिस प्रकार की लापरवाही दिखाई है, उससे साफ पता चल रहा है कि सरकार की घोषणाओं और हकीकत में कितना जमीन आसमान का अंतर है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि ऋषिकेश से लेकर बद्रीनाथ तक राष्ट्रीय राज मार्ग दर्जनों जगह बाधित है। कहीं भू धंसाव, कहीं भूस्खलन से सड़क ही साफ है। इसी तरह रुद्रप्रयाग से केदारनाथ धाम तक पूरे रास्ते तबाह हो गए हैं। कोटद्वार से पौड़ी राष्ट्रीय राज मार्ग तीन दिन से बंद है। कोटद्वार में तीन दिन बिजली गुल है। राजधानी देहरादून में बारिश का पानी सड़कों व लोगों के घरों व दुकानों में घुस रहा है। हरिद्वार, लक्सर, रुड़की, उधमसिंह नगर व देहरादून में ग्रामीण इलाकों में खेती का भारी नुकसान पहुंचा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि इसी प्रकार कुमाऊं में भी हालत नाजुक बने हुए हैं। राज्य सरकार का आपदा प्रबंधन लचर अवस्था में है। पूरा सिस्टम लोगों को मदद पहुंचाने में फेल साबित हुआ है। सबसे बड़े अफसोस कि बात यह है कि सत्ताधारी दल के लोग अपनी सरकार को कहने के बजाय उल्टा विपक्ष से सवाल पूछ रहे हैं कि आपदा में विपक्ष क्या कर रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
धस्माना ने कहा कि सत्ता के घमंड में चूर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को शायद यह नहीं मालूम कि विपक्ष के पास न शासन है और न ही प्रशाशन है। ना ही एसडीआरएफ है ना ही एनडीआरएफ है और ना ही सरकारी खजाना है। यह सब सरकार के पास होता है और विपक्ष केवल लोगों के साथ खड़ा हो सकता है। शासन प्रशासन व सरकार तक जनता की बात पहुंचा सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
धस्माना ने राजधानी देहरादून में फैल रहे डेंगू व आई फ्लू के मामलों पर स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों पर सवाल उठाए। कहा कि सारे सरकारी अस्पताल मरीजों से भरे पड़े हैं। डेंगू व आई फ्लू तेज़ी से फैल रहे हैं। मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ रही है। वहीं, स्वास्थ मंत्री का बयान है कि जब मरीज बढ़ेंगे तो बेड का इंतज़ाम कर लिया जाएगा। ये बयान उनकी लोगों के स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही को दर्शाता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
धस्माना ने कहा कि मुख्यमंत्री को राज्य मंत्रिमंडल के अपने सहयोगियों को सख्त दिशानिर्देश देते हुए आपदा प्रभावित जिलों के प्रभारी मंत्रियों को उनके प्रभार वाले जिले में जा कर आपदा राहत व बचाव कार्यों की निगरानी करने के लिए कहना चाहिए। साथ ही कहा कि वह खुद शीघ्र डेंगू व आइ फ़्लू से निपटने की तैयारियों का जायज़ा लेने के लिए दून अस्पताल व अन्य सरकारी अस्पतालों का दौरा करेंगे।
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