उत्तराखंड में सरकारी स्कूल के बाबू का रिश्वत की पैरवी को लेकर वीडियो वायरल, भाई ने लगाया साजिश का आरोप

प्रकरण है उत्तराखंड के चंपावत जिले में टनकपुर जीआइसी का। इस स्कूल के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी केदार दत्त जोशी का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। इसमें वह स्कूल परिसर में सरकारी सामान की खरीदारी में कमीशन लिए जाने की बात खुले आम करते सुनाई देते हैं। ये प्रशासनिक अधिकारी इन दिनों खूब चर्चाओं में हैं। पहले उनके एक के बाद एक दो आडियो वायरल हुए। इसमें वह प्रभारी प्रधानाचार्य को धमकाते हुए सुनाई दिए। आरोप है कि प्रभारी प्रधानाचार्य का इतना कसूर था कि मेडिकल अवकाश में गए प्रशासनिक अधिकारी से उन्होंने मेडिकल प्रमाणपत्र मांग लिया था। विवाद हुआ और इस बाबू ने प्रधानाचार्य के कमरे में ताला जड़ दिया। तब कल यानि कि एक जुलाई को एसडीएम ने स्कूल पहुंचकर जांच की तो प्रधानाचार्य की शिकायत सही पाई गई और उन्होंने ताला खुलवाया।
अब किसी से बात करते हुए स्कूल परिसर में खुले में कुर्सी पर बैठे प्रशासनिक अधिकारी ये कहते सुनाई देते हैं कि-सौ रुपये हमें धर्म का मिलता है। हजार का सामान लाते हैं तो सौ रुपया हमारी जेब में आता है। 50 प्रिंसिपल को देते हैं। 50 हम रखते हैं। सरकारी काम है। सबका काम चलता है। 12 लाख का ठेका था, उसमें बगैर काम करे ही चला गया ठेकेदार। ठेकेदार ले लिया होगा 12 लाख रुपये। वीडियों में पीछे से आवाज आती है-कुछ हमें भी दे दो। इस पर बाबू कहता है कि वही तो कह रहा हूं। कोई छोड़ता नहीं है। कल आडिट हो जाएगा तो हम कहां से लाएंगे उसका पैसा। आडिट तो हमें कराना है आपको कौन पूछता है।
इस बात को वह स्कूल के शिक्षकों को धमकाने के अंदाज से कहते हैं। बताया जा रहा है कि आडियो और वीडियो को शिक्षा विभाग की ओर से संज्ञान में लिया जा रहा है। एक दिन पहले प्रभारी प्रधानाचार्य की शिकायत पर इस बाबू के खिलाफ थाने में मुकदमा भी दर्ज किया गया था। वैसे इन दिनों मुख्यमंत्री हर जगह अपने भाषणों में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की बात कह रहे हैं। उधर, दूसरे पक्ष का कहना है कि पूर्व में हुई जांच में मुख्य प्रशासनिक अधिकारी केदार दत्त जोशी को क्लीन चिट दे दी गई थी।
पहले ये हुआ था विवाद
आरोप है कि दो दिन पहले ही इस बाबू का प्रभारी प्रधानाचार्य से विवाद हुआ था। बताया गया कि मेडिकल अवकाश पर गए बाबू जब काम पर वापस लौटा तो प्रभारी प्रधानाचार्य ने उससे चिकित्सा प्रमाण पत्र दाखिल करने को कहा। इस बाबू आग बबूला हो गया। आरोप है कि उसने प्रधानाचार्य कक्ष पर ताला जड़ दिया। साथ ही प्रभारी प्रधानाचार्य को जान से मारने की धमकी तक दे डाली। ये मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान पर पहुंचा। साथ ही एसडीएम ने स्कूल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान प्राथमिक जांच में शिकायत को सही पाया गया है। वहीं, प्रभारी प्रधानाचार्य की शिकायत पर बाबू के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज किया है।
बताया गया कि जीआइसी में तैनात मुख्य प्रशासनिक अधिकारी केदार दत्त जोशी 22 जून तक चिकित्सा अवकाश पर थे। अवकाश से लौटने पर प्रभारी प्रधानाचार्य बद्री प्रसाद शर्मा ने उनसे चिकित्सा प्रमाण पत्र जमा करने को कहा। इस पर वह उनसे गाली गलौज करने लगा। आरोप है कि बाबू ने प्रधानाचार्य को जान से मारने और व मुंह पर कालिख पोतने की धमकी दी। प्रभारी प्रधानाचार्य ने इसकी शिकायत पुलिस में करने के साथ डीएम, एसडीएम व मुख्य शिक्षा अधिकारी से की।
शुक्रवार को पुलिस ने प्रधानाचार्य से गाली गलौज व सर फोड़ने की धमकी देने पर बाबू केदार जोशी के खिलाफ की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया था। वहीं एसडीएम हिमांशु कफल्टिया ने स्कूल का निरीक्षण कर उपस्थिति पंजिका को चेक किया। बाबू की ओर से बगैर मेडिकल प्रमाण पत्र जमा किए ही उपस्थिति दर्ज करने पर एसडीएम ने कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने बाबू की उपस्थिति को काटते हुए अनुपस्थित कर दिया। साथ ही कर्मचारियों से कहा कि स्कूल में किसी तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए। सभी कर्मचारी एक दूसरे के पद का सम्मान करें।
चम्पावत के जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी ने प्रभारी प्रधानाचार्य की शिकायत का संज्ञान लेते हुए मुख्य शिक्षा अधिकारी को मामले की जांच सौंपी है। उन्होंने जल्द से जल्द जांच कर रिपोर्ट सौंपने को कहा। डीएम ने कहा कि बाबू की ओर से स्कूल में इस तरह से अपने सीनियर के प्रति अभद्र भाषा का प्रयोग करना गलत है। जांच कर मामले में कार्रवाई की जाएगी। बताया जा रहा है कि पूर्व में भी उक्त बाबू के खिलाफ पूर्व एसडीएम व डीएम की ओर से जांच की गई थी। इस मामले में बाबू की ओर से कहा जा रहा है कि उन्हें पहली जांच में क्लिन चिट मिल चुकी है।
डीएम से की शिकायत, पहाड़ और मैदानी की बताई राजनीति की साजिश
इस मामले में स्कूल के बाबू केदार दत्त जोशी की ओर से उनके भाई नीरज जोशी ने चंपावत के जिलाधिकारी को पत्र देकर उनके भाई को साजिशन फंसाने का आरोप लगाया। साथ ही कहा कि स्कूल में पहाड़ और मैदान की राजनीति की जा रही है। इसका शिकार उनके भाई हो रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रभारी प्रधानाचार्य बीपी शर्मा जी के बेटों की ओर से उनके भाई के खिलाफ दुष्प्रचार का अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछली तमाम शिकायतों में केदार दत्त जोशी पर विभागीय कार्रवाई हुई है। इसमें निदेशक की ओर से वे निर्दोष पाये गये हैं। इसके लिए उन्हें क्लीन चिट मिल चुकी है। आरोप है कि प्रभारी प्रधानाचार्य विनय शर्मा केदार दत्त जोशी के खिलाफ समाचार पत्रों और सोशल मीडिया में अनर्गल मुहिम चला रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि उनके भाई बीपी, शुगर और न्यूरों के मरीज हैं। ऐसे में उन पर कोई हमला होता है या फिर उन्हें स्वास्थ्य कारणों से दिक्कत होती है तो उसके लिए प्रभारी प्रधानाचार्य और उनके बेटों की होगी।