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February 6, 2025

जुलाई माह में भी हर दिन एक करोड़ वैक्सीनेशन का आंकड़ा छूने की संभावना कम, केंद्र का हलफनामा दे रहा ये संकेत

भर में एक दिन में एक करोड़ लोगों के टीकाकरण के लक्ष्य तक पहुंचने की संभावना कम ही नजर आ रही है।

देश भर में टीकाकरण महाभियान चलाया गया तो कुछ दिन लगातार कई राज्यों ने एक लाख से अधिक टीकाकरण किया। कई राज्यों ने तो एक दिन में दस लाख से अधिक लोगों को टीके लगाकर ये संकेत तक दे दिए कि यदि टीके नियमित मिलें तो वे ज्यादा टीके लगाने में सक्षम हैं। इसके बावजूद अब धीरे धीरे राज्यों के टीकाकरण का आंकड़ा कम होने लगा है। उत्तराखंड में जहां लगातार पांच दिन तक हर दिन एक लाख से अधिक लोगों के टीके लगाए गए थे, वहीं अब टीकाकरण का आंकड़ा पुराने दिनों के आसपास पहुंच गया है। ऐसी ही स्थिति अन्य राज्यों की है। ऐसे में देश भर में एक दिन में एक करोड़ लोगों के टीकाकरण के लक्ष्य तक पहुंचने की संभावना कम ही नजर आ रही है।
कोरोना वायरस के खिलाफ देश में टीकाकरण अभियान चल रहा है। केंद्र की ओर से राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को कोरोना का टीका उपलब्ध कराया जा रहा है। जुलाई महीने में कोविड वैक्सीन आपूर्ति पर सरकार के नवीनतम आंकड़े बताते हैं कि राज्यों को इस महीने जितनी वैक्सीन दी जानी है, उस हिसाब से दैनिक टीकाकरण का लक्ष्य पीछे छूट सकता है। इसे सरकार के हलफनामे से ही समझा जा सकता है।
सरकार का हलफनामा
सरकार ने शनिवार को सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर करके बताया कि जुलाई में राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को वैक्सीन की 12 करोड़ डोज मुहैया कराई जाएगी। इसमें सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन कोविशील्ड की 10 करोड़ खुराक और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन की 2 करोड़ डोज शामिल है।
12 करोड़ डोज से एक दिन का लक्ष्य छूना मुश्किल
अब सवाल ये है कि क्या 12 करोड़ महीने की डोज से हर दिन एक करोड़ टीके लगाने का लक्ष्य कैसे पुरा होगा। 12 करोड़ टीकों के हिसाब से हर दिन औसतन देश में करीब 40 लाख खुराकें ही दी जा सकेंगी। जो कि एक दिन में एक करोड़ टीके लगाए जाने के लक्ष्य से काफी कम है। इस लिहाज से एक दिन में एक करोड़ टीके लगाए जाने का लक्ष्य अगले माह भी पूरा होता नहीं दिख रहा है। केंद्र का बयान देश में कोविड की तीसरी लहर से बचने के लिए टीके के लक्ष्यों को पूरा करने पर सवाल उठाता है।
जून माह से बढ़ी रफ्तार
जून महीने में टीकाकरण की रफ्तार तेज हुई है। एक जून से 27 जून तक देश में करीब 10.8 करोड़ खुराकें लोगों को दी गईं। औसतन एक दिन में करीब 40 लाख खुराकें लगीं। वहीं, 22 जून से 26 जून के बीच भारत प्रतिदिन 54 से 65 लाख खुराकें दे रहा है, जो कि जुलाई में एक दिन में 40 लाख खुराक की अनुमानित आपूर्ति से अधिक है।
हलफनामे और स्वास्थ्य मंत्रालय के दावों में अंतर
सरकार से शीर्ष न्यायालय में यह भी कहा कि दिसंबर तक वैक्सीन की 135 करोड़ डोज उपलब्ध होंगी। ये आंकड़ा स्वास्थ्य मंत्रालय के पिछले महीने आए अनुमान से काफी कम है। तब एक प्रस्तुति में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अनुमान जताया था कि साल के अंत तक 216 करोड़ से अधिक खुराकें उपलब्ध होंगी।

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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

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