फिर बिछने लगी है सियासी बिसात, पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने एनसीपी चीफ शरद पवार के घर बुलाई बैठक
श्चिम बंगाल चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को मिली करारी हार और ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के शानदार प्रदर्शन से देश भर में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ एक अलग तरह की हवा चल पड़ी है।
तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष यशवंत सिन्हा ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार के आवास पर मंगलवार 22 जून 2021 को बैठक बुलायी है। बैठक राष्ट्र मंच के बैनर तले होगी। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस सरकार में कई बार केंद्रीय मंत्री रहे श्री पवार के घर आयोजित इस बैठक में एनसीपी नेता मजीद मेन, समाजवादी पार्टी के नेता घनश्याम तिवारी और कई अन्य नेता शामिल होंगे। फिलहाल इस बैठक से कांग्रेस को दूर रखा गया है।
बीजेपी के खिलाफ एकजुटता की संभाना तलाशने का प्रयास
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार मंगलवार को गैर-कांग्रेसी विपक्षी दलों की बैठक की मेजबानी करेंगे। पवार ने पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी के खिलाफ ‘एकजुट’ होने के संभावना तलाशने के लिए विपक्षी पाटियों की यह बैठक बुलाई है। बैठक में कांग्रेस को आमंत्रित नहीं किया गया है। तृणमूल कांग्रेस के नेता यशवंत सिन्हा “राष्ट्र मंच” के प्रतिनिधियों के साथ- साथ कुछ गैर-कांग्रेस विपक्षी दलों के नेता कल शाम 4:00 बजे शरद पवार से मिलेंगे। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव को भी न्योता दिया गया था, लेकिन पार्टी सांसद मनोज झा कल दिल्ली में नहीं हैं। आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता संजय सिंह को भी शरद पवार की घर होने वाली मीटिंग के लिए निमंत्रण दिया गया है। चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की रविवार को शरद पवार के साथ मुलाकात के बाद इस बैठक का ब्योरा आया है।
दो बार पवार से मुलाकात कर चुके हैं प्रशांत
प्रशांत किशोर ने पिछले दो सप्ताह में दूसरी बार शरद पवार से मुलाकात के बाद दो वर्ष बाद होने वाले आम चुनाव के मद्देनजर नरेंद्र मोदी की भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ विपक्षी अलायंस की चर्चाओं ने जोर पकड़ा है। सूत्रों ने बताया कि शरद पवार और प्रशांत किशोर के बीच यह मुलाकात दिल्ली में हुई। इससे पहले दोनों 11 जून को एनसीपी प्रमुख के मुंबई स्थित आवास पर मिले थे। रविवार की बैठक करीब आधे घंटे चली थी, इससे पहले 11 जून को हुई बैठक करीब चार घंटे तक चली थी। सूत्रों के अनुसार, बैठक में वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस और बीजेपी विहीन तीसरे फ्रंट और पीएम मोदी को चुनौती देने के लिए विपक्ष के संयुक्त पीएम उम्मीदवार के बारे में बात हो सकती है। कई पार्टियों ने ऐसे ग्रुप से जुड़ने की इच्छा जताई है।
यशवंत सिन्हा ने कहा-विपक्ष हुआ मजबूत
पूर्व केंद्रीय मंत्री और तृणमूल कांग्रेस नेता यशवंत सिन्हा ने सोमवार को कहा कि विपक्ष काफी मजबूत हुआ है। उन्होंने कहा कि बंगाल चुनाव के परिणामों का राष्ट्रव्यापी असर पड़ा है। बंगाल चुनाव पर उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी बुरी तरह से हारी है। ममता बनर्जी की जीत हुई। ममता बनर्जी ने खूब संघर्ष किया है। बंगाल चुनाव का प्रभाव राष्ट्रव्यापी पड़ा है। लोग वापस टीएमसी में लौट रहे हैं।
सिन्हा ने विपक्षी एकता को लेकर कहा कि विपक्ष को एकजुट होना चाहिए। विपक्ष का पक्ष मजबूत हुआ है। जो कर सकते हैं वो करना चाहिए। सर्वोत्तम का इंतजार नहीं करना चाहिए। साथ ही कहा कि कांग्रेस को संजीदगी दिखानी चाहिए और साथ आना चाहिए। कांग्रेस विपक्षी एकता में आए, एक होने से ताकत बढ़ती है। नेता कौन होगा इसमें न पड़ें। सब मिलकर पीएम को चुन लेंगे।
नोटबंदी से अर्थव्यवस्था खराब
केंद्र की नीतियों को लेकर सिन्हा ने कहा कि नोटबंदी से अर्थव्यवस्था खराब हुई है। सरकार ने सही कदम नहीं उठाए हैं। पैकेज का कोई असर नहीं पड़ा। सही ढंग से पैसे का इस्तेमाल होना चाहिए। चीन के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि चीन हमारी जमीन पर बैठा है और डोकलाम में खतरा और बढ़ गया है। देश में कोरोना के कहर को लेकर उन्होंने कहा कि टीकाकरण ही उपाय है। मुफ्त टीके का फैसला लिया, ये अच्छा कदम है. ज्यादा टीकाकरण से फायदा होगा।
सोनिया ने पार्टी पदाधिकारियों की 24 जून को बुलाई बैठक
उधर, कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 24 जून को राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के महासचिवों, राज्यों के प्रभारियों और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्षों की एक बैठक बुलायी है। देश की वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों पर इस बैठक में चर्चा की जायेगी। सभी लोग बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये जुड़ेंगे।
2018 में यशवंत सिन्हा ने शुरू किया था राष्ट्र मंच
साल 2018 में यशवंत सिन्हा ने देश की आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक स्थिति पर चर्चा के लिये राष्ट्र मंच शुरू किया था। इसमें विपक्षी दलों के विभिन्न नेताओं के अलावा गैर राजनीतिक लोग भी हिस्सा लेते रहे हैं। राष्ट्र मंच का मकसद केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज उठाना है। पूर्व में बतौर तृणमूल कांग्रेस सदस्य दिनेश त्रिवेदी, कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी, सांसद माजिद मेमन, आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री सुरेश मेहता और जेडीयू नेता पवन वर्मा राष्ट्र मंच की बैठक में शामिल हो चुके हैं।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।
बहुत अच्छा प्रयास