जन्म लेते ही नवजात बेटी को छोड़ दिया सड़क किनारे, पुलिस कर्मी की पड़ी नजर तो बची जान
घटना देहरादून के रायवाला थाना क्षेत्र में नेपालीफार्म की है। सोमवार देर रात करीब दो बजे गश्त पर निकले चीता पुलिस के जवान संदीप और सोमवीर को सड़क किनारे हल्की सी रोने की आवाज सुनाई दी। इस पर उन्होंने देखा कि सड़क किनारे चादर से कुछ लिपटा हुआ है। उन्होंने पास जाकर देखा तो चादर में नवजात बच्ची थी। उन्होंने इसकी सूचना रायवाला थाने को दी और वाहन मंगवाकर बच्ची को राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश ले गए।
रायवाला के थानाध्यक्ष अमरजीत सिंह रावत के मुताबिक बच्ची कुछ घंटे पहले जन्मी थी। बच्ची सड़क किनारे पड़ी ईंटो के पीछे चादर में लपेट कर रखी हुई थी। गश्ती टीम की सजगता से बच्ची की जान बच गई और उसे तत्काल अस्पताल ले जाया गया। उन्होंने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है। माना जा रहा है कि बेटी होने की वजह से कोई उसे सड़क पर छोड़ गया। या फिर अवैध संतान के चलते लोकलाज के डर से कोई छोड़ गया हो।
सड़क के दूसरी तरफ राजाजी टाइगर रिजर्व का जंगल है। गनीमत रही कि जंगली जानवर या कुत्तों की नजर बच्ची पर नहीं पड़ी और चीता पुलिस मौके पर पहुंच गई। उधर, चीता पुलिस के दोनों जवानों की सजगता की हर तरफ तारीफ हो रही है, वहीं नवजात को सड़क पर छोड़ने वालों को इस हरकत के लिए जमकर कोसा जा रहा है।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।