अप्रैल का महीना और कविता, सब उलट-पलट, दो दिन का पूर्वानुमान हवा, दो दिन झेलो गर्मी, फिर पहाड़ों में बारिश
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, आज 23 अप्रैल और कल 24 अप्रैल को दो दिन प्रदेश में मौसम शुष्क रहने के आसार हैं। मैदानों में झोंकेदार हवा चल सकती है। ऐसे में दो दिन तापमान भी सामान्य से बढ़ने की उम्मीद है।
कविता का सार
कविता प्रकृति को लेकर लिखी गई थी। इसमें अप्रैल माह की तुलना श्रृंगार से सजी एक दुल्हन के समान की गई थी। इसमें कहा गया कि ये दुल्हन सुंदर तो है, लेकिन कुछ सनकी भी है। यानी अप्रैल माह में फूल खिलते रहते हैं। पतझड़ के बाद पेड़ फिर से हरे नजर आने लगते हैं। सनक ऐसी है कि यदि बारिश होती है तो कई दिन तक रहती है। कई बार बारिश का इंतजार करना पड़ता है। फिलहाल ये कविता को मौसम विभाग के लिए भी सटीक साबित हो रही है। मौसम विभाग कह रहा है बारिश होगी, लेकिन भविष्यवाणी जारी करते समय इस कविता को पढ़ा होता तो कुछ और सटीक अनुमान लगाता।
मौसम विभाग ने दी थी चेतावनी
राज्य मौसम विभाग ने गुरुवार और शुक्रवार को पूरे राज्य में बारिश की अमुमान लगाया। साथ ही कहा कि इन दो दिन बारिश से तापमान में गिरावट आएगी। ओले गिरेंगे। तेज हवाएं चलेंगी। आंधी तूफान से नुकसान हो सकता है। गुरुवार को ओरेंज अलर्ट और शुक्रवार को यलो अलर्ट जारी किया गया। सलाह दी गई कि बिजली चमकेगी। ऐसे में बिजली के उपकरणों से दूर रहें। साथ ही कटी फसल को खेत में खुला न छोड़ें। पत्रकार मित्र अनिल चमोली ने फटाफट खेत से लहसुन उखाड़ दी। इसकी फोटो सोशल मीडिया में भी जारी कर दी। कहा कि बारिश का अनुमान है। बारिश होने से लहसुन उखाड़ना मुश्किल हो जाएगा।
गुरुवार का मौसम और तैयारी
गुरुवार की शाम को आसमान में बादल छाने लगे, तो लगा कि देहरादून में आंधी चलेगी। बिजली उपकरणों की चेतावनी ध्यान आई तो मैने भी टीवी, फ्रिज, कूलर आदि के कनेक्शन प्लग से हटा दिए। क्योंकि महंगाई के इस दौर में मैं इन उपकरणों के फुंकने का रिस्क नहीं ले सकता था। बादल आए और तेज रफ्तार की आंधी की बजाय हल्की हल्की, होले होले वाली हवा चली और आसमान साफ हो गया। तारे नजर आने लगे। ये तारे रात के वक्त के नजर आए। ऐसी निपटी पहली चेतावनी। हालांकि हल्की हवा चलने से कुछ तापमान जरूर गिरा।
यलो अलर्ट के दिन भी मैदान रह गए सूखे
शुक्रवार 22 अप्रैल को यलो अलर्ट की चेतावनी दी गई थी। कहा गया कि राज्यभर में कहीं कहीं हल्की से मध्यम बारिश होगी। पर्वतीय क्षेत्रों में इस दिन शाम के समय कहीं कहीं हल्की बारिश हुई और कहीं कहीं ओले पड़े। ऊंची चोटियों में हल्का हिमपात भी हुआ। वहीं, देहरादून सहित मैदानी क्षेत्र में ऐसा भी नहीं लगा कि आसमान बरसेगा। ना ही बादल छाए और न ही तेज हवा चली। मैदानी क्षेत्र फिर से सूखा रह गया। बारिश ना आने के पीछे मुझे याद आई कविता- अप्रैल। मौसम विभाग तो सही रहा होगा, लेकिन इस महीने की सनक से सब कुछ उल्टा पुलटा कर दिया।
चोटियों में हुआ हल्का हिमपात
शुक्रवार को मैदानों में चटख धूप खिली और पहाड़ों में बारिश के साथ ओलावृष्टि हुई। चोटियों पर हल्का हिमपात हुआ। उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में कहीं-कहीं हल्की बारिश और ओलावृष्टि हुई। वहीं, केदारनाथ समेत ऊंची चोटियों में हल्का हिमपात हुआ। पौड़ी, टिहरी, अल्मोड़ा और नैनीताल में भी कहीं-कहीं तेज हवाओं के साथ बौछारें पड़ीं। मौसम के बदले मिजाज के चलते अधिकतर इलाकों में तापमान सामान्य के आसपास पहुंच गया है।
बारिश की कमी से नहीं बुझ रही जंगल में आग
हालांकि, अब भी उत्तराखंड के एक बड़े क्षेत्र में जंगल सुलगने का क्रम जारी है। हालांकि प्रदेशभर में 104 स्थानों में लगी आग अब घटकर 91 स्थान पर रह गई है। कारण ये है कि बारिश कहीं कहीं छिड़काव के रूप में हुई। इसी के साथ फायर सीजन में 15 फरवरी से अब तक कुल 994 घटनाएं हो चुकी हैं। इनमें करीब 1466 हेक्टेयर वन क्षेत्र प्रभावित हो चुका है।
आगामी मौसम का पूर्वानुमान
राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, आज 23 अप्रैल और कल 24 अप्रैल को दो दिन प्रदेश में मौसम शुष्क रहने के आसार हैं। मैदानों में झोंकेदार हवा चल सकती है। ऐसे में दो दिन तापमान भी सामान्य से बढ़ने की उम्मीद है।
25 अप्रैल से हो सकती है बारिश
मौसम विभाग ने 25 अप्रैल को राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं कहीं बहुत हल्की से हल्की बारिश गर्जन के साथ होने की संभावना जताई है। मैदानी क्षेत्र में मौसम शुष्क रहेगा। इसके बाद 26 अप्रैल को राज्य के उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़ जिले में कहीं कहीं बहुत हल्की से हल्की बारिश गर्जन के साथ हो सकती है। मैदानी क्षेत्र इस बार भी बारिश को तरस सकते हैं। 27 अप्रैल को मौसम शुष्क रहने की संभावना है।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।