इस जानवर के दूध में है गजब की ताकत, नियंत्रित करता है ब्लड शुगर, दिखोगे जवान, जानिए क्या ये फटता भी है

दूध को पीने के फायदे ज्यादा हैं और नुकसान कम हैं। दूध हमारे लिए सबसे पौष्टिक आहार माना गया है। इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन बी-2, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, आयोडीन और फैट प्रचूर मात्रा में पाया जाता है। अब बात करें कि किस जानवर का दूध सबसे बेहतर है, तो इसमें कई राय हो सकती है। क्योंकि दूध चाहे किसी भी जानवर का हो, उससे सेहत ही बेहतर रहती है। वहीं, यदि बात ऊंटनी के दूध की करें तो इसे औषधीय माना जाता है। ऊंटनी का दूध, रेगिस्तानी क्षेत्रों में सबसे ज्यादा पाया जाता है। भारत में ये राजस्थान में पाया जाता है और यहां इसे लोग भारी मात्रा में इस्तेमाल करते हैं। दरअसल, ऊंटनी के दूध में सबसे ज्यादा प्रोटीन होता है, जो कि हड्डियों की सेहत के लिए कई प्रकार से फायदेमंद है। इसके अलावा ऊंटनी के दूध में सैचुरेटेड की कम मात्रा होती है जो कि डायबिटीज के मरीजों के लिए भी फायदेमंद है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ऊंटनी के दूध को लेकर भ्रांति
अगर आपसे कहा जाए कि दुनिया में एक जानवर ऐसा है, जिसका दूध कभी फटता ही नहीं, तो हो सकता है आप विश्वास ना करें। एक भ्रांति ये भी है कि ऊंटनी का दूध नहीं फटता है। ये बात सही नहीं है। दूध फटना एक नेचुरल प्रकिया है। एसिडिटी और बैक्टीरिया की मात्रा अधिक होने पर यह फट जाता है। हालांकि, कुछ दूध उत्पादक कंपनियां न्यूट्रीलाइजर, स्टार्च और फोरमिलीन समेत कई केमिकल मिलाने लगी हैं, ताकि इसे जल्दी फटने से रोका जा सके। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इसलिए आप देखते होंगे कि कुछ दूध तीन चार दिन तक रखने के बाद भी नहीं फटते। सच ये है कि नियमित रूप से दूध देने वाले जानवरों का दूध फटता ही है। दूध का फटना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जो जानवरों के दूध में होती है। कोई भी जानवर ऐसा जानवर नहीं है, जिसका दूध कभी फटता न हो। यह सिर्फ अफवाह है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ब्लड शुगर को नियंत्रित करने की ताकत
ऊंटनी का दूध बहुत ताकवतर होता है। इसमें ब्लड शुगर को नियंत्रित करने की ताकत होती है। अगर आप रोजाना ऊंटनी का दूध पीएं तो फास्टिंग शुगर लेवल कम हो सकत है। नाश्ते में इसे लें तो दिनभर शुगर मेंटेन रहती है। कोलेस्ट्रॉल और यहां तक कि आपके चेहरे से बुढ़ापा दूर करने के लिए यह दूध बहुत अच्छा माना गया है। इसीलिए इसे अमृत माना गया है। भारत में ऊंटनी का दूध राजस्थान और गुजरात के कई इलाकों में पीया जाता है। कुछ कंपनियां तो इससे दूध, रबड़ी, घी, छाछ, दही, क्रीम, कुल्फी, आइसक्रीम और बर्फी तक बना रही हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ऑटिज्म के लिए ऊंटनी का दूध
ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर, एक गंभीर न्यूरोडेवलपमेंटल डिसऑर्डर है जो संचार और सामाजिक संपर्क को बाधित कर सकता है। ऊंटनी के दूध में मौजूद चमत्कारी गुण बच्चों में आत्मकेंद्रित जैसी व्यवहार संबंधी स्थितियों में मदद कर सकता है। साथ ही, यह माना जाता है कि ऑटिज्म की शुरुआत के साथ ऑक्सीडेटिव तनाव बढ़ता है। ऊंट के दूध में विटामिन के रूप में बड़ी संख्या में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जिनमें ए, सी और ई के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण खनिज भी शामिल हैं जो ऑक्सीडेटिव तनाव दर को कम करने में मदद करते हैं और इस बीमारी में फायदेमंद है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एनीमिया में मददगार
ऊंटनी के दूध में आयरन की मात्रा अधिक होती है। अध्ययनों से पता चलता है कि इसमें गाय के दूध की तुलना में 10 गुना अधिक आयरन तत्व होता है। चूंकि आयरन लाल रक्त कोशिकाओं का एक महत्वपूर्ण घटक है, दूध का सेवन एनीमिया को रोकने और शरीर के ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करने में मदद कर सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गठिया में फायदेमंद
ऊंचनी के दूध में प्रोटीन और कैल्शियम की अच्छी मात्रा होती है जो कि गठिया की बीमारी में फायदेमंद है। ये हड्डियों में खनिज तत्व बढ़ाता है और हड्डियों को मजबूत रखने में मदद करता है। इसलिए हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए आप ऊंटनी का दूध पी सकते हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एक लीटर की कीमत
एक लीटर ऊंटनी के दूध की कीमत लगभग 350 रुपए है। तो, आप समझ ही गए होंगे कि इस दूध में कितना कुछ ऐसा होगा, जिससे सेहत को कई प्रकार से फायदे मिलते होंगे और इसलिए इसकी कीमत इतनी ज्यादा है।
नोटः यह लेख सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कैसे पिएं ऊंट का दूध
सलाहकारों की माने तो ऊंट के दूध को कच्चा पीने मे ज्यादा फायदा मिलता है। इसे ज्यादा देर तक उबाल देने इसके बहुत से फायदे खत्म हो जाते हैष इसे कभी भी ज्यादा देर कर उबालकर नहीं रखा जाता है। हां पर इसे चीज़, पनीर, बेक्ड गुड्स, या पाउडर के फार्म मे भी लिया जा सकता है। 4 कप ऊंट का दूध अमुमन 52 युनिट इंसुलिन के बराबर होता है। अगर कोई इसे अपने डाक्टर की सलाह पर अपने डाइट में शामिल करता है तो उसके खून में शुगर लेवल मे काफी सुधार देखने को मिल सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
क्या सबके लिए इतना ही फायदेमंद है
ऊंट का दूध गाय के दूध के मुकाबले काफी मंहगा होता है। 200g मिल्क पाउडर लगभग 700रूपये तक आता है। ये आम लोगो के लिए रोज़ लेना काफी मुश्किल है। गाय के मुकाबले ऊंट का दूध काफी कम होता है। गाय दिन में 24 लीटर तक दूध देती है, जबकि ऊंटनी सिर्फ छह लीटर दूध रोजाना देती है। यहा तक कि ऊंट प्रेग्नेंसी के सिर्फ 13 महीने तक ही दूध दे सकती है। यही वजह है ऊंट का दूध इतना मंहगा मिलता है। सेहत के हिसाब से जाने तो परंपरागत रुप से ऊंट के दूध को कच्चा पीना फायदेमंद है, लेकिन ये फूड प्वाइजनिंग का खतरा बढ़ा देता है। जो लोग काफी नाज़ुक इम्यून सिस्टम से जूझ रहे हैं, जैसे प्रेगनेंट औरतें, दूध पिलाती औरतें, बच्चे और बुजुर्ग लोगों को इसे पीने से बचना चाहिए।
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Bhanu Prakash
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।