द कश्मीर फाइल्स का बॉक्स ऑफिस में धमाल, फिल्म को लेकर सियासत हुई तेज, उत्तराखंड बीजेपी ने दी ये प्रतिक्रिया
1 min readकेरल कांग्रेस के ट्विट को लेकर विवाद
बॉलीवुड फिल्म द कश्मीर फाइल्स की इन दिनों काफी चर्चा है। इस फिल्म का विषय कश्मीरी पंडितों के पलायन को लेकर है। कई राज्यों ने जहां इस फिल्म को अपने यहां टैक्स फ्री कर दिया है। फिल्म रिलीज होने के बाद, केरल कांग्रेस ने कश्मीरी पंडितों के जम्मू-कश्मीर से पलायन को लेकर कई ट्वीट किए हैं, जिसे लेकर विवाद खड़ा हो गया है।
केरल कांग्रेस ने कश्मीरी पंडित के मुद्दे को लेकर जो तथ्य जारी किए हैं, उसकी वजह से सोशल मीडिया पर लोग काफी बातें कर रहे हैं। सोशल मीडिया के कई हैंडल्स ने कुछ तस्वीरें ट्वीट की है, इन तस्वीरों में से एक में यासीन मलिक, पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह यानी UPA नेता से हाथ मिला रहे है तो दूसरी में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी यानी NDA नेता के साथ। वैसे, कांग्रेस और बीजेपी, दोनों ही एक-दूसरे को कश्मीरियों के पलायन का ज़िम्मेदार बताती रही है।
केंद्रीय मंत्री (PMO) जितेंद्र सिंह कहते हैं कि कई कश्मीरियों को अपना घर छोड़ना पड़ा। इसके लिए जवाहर लाल नेहरू की नीतियां ज़िम्मेदार हैं। दूसरी ओर, कांग्रेस का पलटवार करते हुए कहना है कि इसके लिये बीजेपी ज़िम्मेदार है। कांग्रेस का कहना है कि विश्वनाथ प्रताप सिंह की सरकार, जिसे बीजेपी सपोर्ट कर रही थी, दिसंबर 1989 में आई और कश्मीरी पंडितों का पलायन जनवरी 1990 से शुरू हो गया। तत्कालीन गवर्नर जगमोहन ने इसे रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाए।
केरल कांग्रेस के हैंडल से ट्वीट में ये भी कहा गया कि पलायन के दौरान बीजेपी, अयोध्या में राम मंदिर के मुद्दे पर देशभर में हिंदू-मुस्लिम विभाजन की योजना बना रही थी। पंडितों का मुद्दा, चुनावी लाभ के लिए नकली आक्रोश पैदा करने को बीजेपी के प्रचार के हिसाब से था। हालांकि केरल के बीजेपी सांसद केविन अल्फोंस ने इसे ग़लत बताया है। अल्फोंस ने कहा, ‘कांग्रेस पार्टी यह सब नहीं समझती है। कांग्रेस का नरसंहार का इतिहास रहा है। हर कोई जानता है कि कश्मीर से लाखों कश्मीरियों का सफाया किया गया था जो कि बिल्कुल सांप्रदायिक था। अब वे भाजपा को दोष देने के लिए झूठे बयान दे रहे हैं। कांग्रेस और सहयोगियों ने ऐसी स्थिति पैदा कर दी थी जहां पंडित जीवित नहीं रह सकते थे।
इस आरोप-प्रत्यारोप के बीच कश्मीरी पंडितों के पलायन पर विवेक अग्निहोत्री के निर्देशन में बनी फिल्म खूब चर्चा में है। इसे बॉक्स ऑफिस पर भी शानदार रिस्पॉन्स मिल रहा है। पिछले आठ सालों में बीजेपी ने कई वादे किए हैं, लेकिन सच यह है कि कश्मीर पंडित, सरकार की ओर से बनाए जा रहे घरों में रहने के लिए तैयार नहीं हैं।
यथार्थ घटनाओं पर आधारित है फिल्म द कश्मीर फाइल्स: अजेय कुमार
सोमवार को उत्तराखंड भाजपा प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार ने भाजपा चुनाव अभियान मे लगी पूरी टीम के साथ फिल्म द कश्मीर फाइल देखी। इसके बाद अजेय कुमार ने इस फिल्म को मानवीय त्रासदी का जीवंत प्रमाण बताया। कहा कि इस फिल्म में प्रत्यक्ष रूप से मानवीय घटनाओं का जो चित्रण किया गया है वह अपने आप में महत्वपूर्ण है।
भाजपा महामंत्री (संगठन) अजेय कुमार ने कहा कि यह फिल्म 1990 में घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन पर आधारित है। अजेय कुमार ने देहरादून के सिल्वर सिटी सिनेमाघर में भाजपा कार्यकत्र्ताओं के साथ फिल्म देखी। अजेय कुमार ने फिल्म निर्माताओं तथा कलाकारों का धन्यवाद किया, जिन्होंने कश्मीर के हिंदुओं की पीड़ा, हालातों और जघन्य दास्तां को करीब से बड़े पर्दे पर उतारा। अजेय कुमार ने कहा कि जिस मार्मिकता तथा यथार्थ के साथ फिल्मांकन किया गया है वह अपने में सराहनीय है। अजेय कुमार के अनुसार फिल्म में किये गये यथार्थ चित्रण को जनता सराह रही है और नम आंखों से सिनेमा हाल से वापस लौट रही है।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।