उत्तराखंड की जनता का मुद्दा मुफ्त बिजली पानी नहीं, बेरोजगारी, स्वास्थ्य, शिक्षा के कारण हुआ पलायनः धस्माना
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने आज साफ शब्दों में कहा कि उत्तराखंड की जनता के असली मुद्दे मुफ्त बिजली और पानी नहीं, बल्कि राज्य में व्याप्त भयंकर बेरोजगारी, ध्वस्त पड़ी स्वास्थ्य सेवाएं व चौपट शिक्षा व्यवस्था हैं।

पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में धस्माना ने कहा कि पहाड़ों में जब तक रोजगार सृजन के इंतजाम नहीं होंगे। जब तक पर्वतीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त नहीं किया जाएगा। जब तक वहां स्तरीय शिक्षा के उचित प्रबंध नहीं होंगे। तब तक पलायन नहीं रुकेगा। जब पलायन ही नहीं रुकेगा तो मुफ्त बिजली कौन जलाएगा और पानी कौन पियेगा।
धस्माना ने कहा कि ये फ्री फ्री का खेल भाजपा के इशारे पर शुरू करवाया गया है। इसीलिए भाजपा के ऊर्जा मंत्री ने इस बहस में कूद कर असली मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की प्राथमिकता में बेरोजगारी, महंगाई, स्वास्थ्य सेवाओं व शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार तथा बिजली पानी के दामों में लोगों को राहत प्रमुख मुद्दे हैं। गौरतलब है कि आज रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस वार्ता में कहा कि यदि उत्तराखंड में आप की सरकार बनती है तो लोगों को 300 यूनिट फ्री बिजली दी जाएगी। साथ ही बिजली के पुराने बिल माफ करने के साथ ही किसानों को मुफ्त बिजली देने के साथ ही उन्होंने पावर कट नहीं होने देने का वादा किया।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।