कोरोना टेस्टिंग घोटालेबाजों को बचा रही सरकार धामी सरकार, बताए कि हरिद्वार में अब कौन सा मेला चल रहाः धस्माना
कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से वार्ता में धस्माना ने राज्य की भाजपा सरकार पर हरिद्वार महाकुंभ में हुए कोरोना जांच घोटाले को रफा दफा करने का आरोप लगाया। साथ ही इस नियुक्ति को उसी मामले से जोड़ा। उन्होंने कहा कि अभी तक कोरोना टेस्टिंग घोटाले के असली गुनाहगारों तक एसआइटी पहुंची ही नहीं। क्योंकि घोटालेबाजों पर भाजपा के बड़े नेताओं का हाथ है। उन्होंने कहा कि इतना लंबा समय बीतने के बाद भी अभी तक सरकार ये नही बता रही कि एक ऐसी कंपनी जो आइसीएमआर से मान्यता प्राप्त नहीं है, उसे किसने टेस्टिंग का ठेका अवार्ड किया।
उन्होंने कहा कि जिन दो लैब्स से इस कंपनी ने एक एमओयू किया था, उसमें से एक लाल पैथोलॉजी केवल 13 हजार टैस्ट करती है और दूसरी लैब नलवा अब हाईकोर्ट में शपथ पत्र दे कर कह रही है कि उसने कोई टेस्ट ही नहीं किया। फिर लाखों टेस्ट किसने किए। धस्माना ने कहा कि अब तक केवल एक व्यक्ति जिसे गिरफ्तार किया गया है, उससे न तो सरकार ने कोई करार किया है ना स्वास्थ्य विभाग ने। तो सरकार बताए कि सरकार ने जिस कंपनी को करार दिया था। उसके खिलाफ और जिन अधिकारियों ने टेस्टिंग के नाम पर बनाये गए झूठे बिलों का भुगतान किया उनके खिलाफ अब तक क्या कार्यवाही पुलिस या राज्य सरकार ने की।
धस्माना ने कहा कि सरकार ने घोटालेबाजों को इतना लंबा समय दे दिया कि धीरे धीरे सभी घोटालेबाज कानूनी दावपेच से अपनी गिरफ्तारी पर रोक के आदेश प्राप्त करने में सफल हो गए। अब पूरी तरह से घोटाले को रफा दफा करने के लिए मेला खत्म होने के तीन महीने बाद पुराने मेला अधिकारी को फिर मेला अधिकारी बना दिया गया। सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि निश्चित तौर पर इस घोटाले को कांग्रेस पार्टी आगामी विधानसभा सत्र में विधानसभा में जोर शोर से उठाएगी और हाई कोर्ट के सिटिंग जज से इसकी जांच की मांग करेगी।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।