पिता से लिपटकर छोड़ने की मिन्नतें करते रोती रही बच्ची, नहीं आया तरस, की पिटाई, लगवाए जय श्री राम के नारे
दरअसल कानपुर की एक बस्ती में दो पड़ोसी कुरैशा और रानी के परिवार में बाइक के मुद्दे को लेकर झगड़ा शुरू हुआ था, इसमें कुरैशा ने रानी पर मारपीट की एफआईआर की तो रानी ने कुरैशा के लड़कों पर छेड़खानी का केस दर्ज करवा दिया। इसके बाद इस मामले बजरंग दल की एंट्री हो गई। बजरंग दल इस मामले में वहां जाकर प्रदर्शन किया।
घटना के पहले बजरंग दल ने वहां पर एक सभा भी की थी। कानपुर बजरंग दल के जिला संयोजक दिलीप सिंह बजरंगी कहते हैं-हम हिंदू समाज को आहत नहीं होने देंगे। हम अपने सनातन धर्म को बचाने के लिए स्वयं सक्षम हैं। अगर हमारा हिंदू परिवार किसी भी प्रकार से परेशान रहेगा तो हम उसके लिए ढाल बनकर खड़े हैं।
इस मामले में पिटते हुए पिता को बचाने के लिए उसकी बच्ची लिपटकर रोती रही लेकिन धर्म के नाम पर यह करने वालों को उस पर रहम नहीं आया। खास बात यह है कि जिसकी पिटाई की गई, उसका न तो विवाद हुआ था और न ही उसके खिलाफ कोई आरोप हैं। रिक्शा चालक अफसार तो वेवजह बजरंगियों से हत्थे चढ़ गया। हमलावर कुरैशा बेगम के घर उनके बेटों को पकड़ने गए थे। उनके बेटे नहीं मिले, लेकिन सड़क पर उनका देवर हाथ लग गया। इस पर हमलावरों ने उसके साथ ही मारपीट कर दी।
कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने इस मामले को लेकर बताया कि घटना के 3 मुख्य आरोपी राजेश बैंड वाला, अमन गुप्ता और राहुल कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बाकी अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए दबिशें दी जा रही हैं। कुरैशा का कहना है कि रानी के दरवाजे पर बाइक खड़ी करने से शुरू हुए झगड़े को सांप्रदायिक रंग दिया जा रहा है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर अफसार की जान बचाई और उनकी तरफ से कुछ लोगों पर मारपीट की एफआईआर की है। एसीपी कानपुर साउथ, रवीना त्यागी ने कहा कि जो पीडडित हैं, उनकी तहरीर के आधार पर कुछ नामजद और कुछ अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा कायम कर लिया गया है। मामले में कार्रवाई की जा रही है।