25 मई को खुलेंगे हेमकुंड साहिब के कपाट, एक जून से कर सकेंगे फूलों की घाटी का दीदार
सिखों के पवित्र तीर्थ हेमकुंड साहिब के कपाट इस वर्ष आगामी 25 मई को खुलने जा रहे हैं। इसके बाद एक जून से फूलों की घाटी को भी पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा। गौरतलब है कि 10 मई को गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड में चारधाम यात्रा आरंभ हो गई थी। 12 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खोले गए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
अब हेमकुंड साहिब के कपाट के साथ ही गुरुद्वारा हेमकुंड के समीप ही लोकपाल लक्ष्मण जी के कपाट 25 मई को खोल दिए जाएंगे। फिलहाल हेमकुंड में काफी अधिक बर्फ होने के कारण एक दिन में 3500 श्रद्धालुओं को ही हेमकुंड साहिब जाने की अनुमति मिलेगी। बर्फ पिघलने के बाद श्रद्धालुओं की संख्या पर फिर से विचार किया जाएगा। बता दें कि 22 मई को पंज पयारों की अगुवाई में राज्यपाल एवं संत समाज की ओर से ऋषिकेश से हेमकुंड साहिब यात्रा का आगाज किया जाएगा। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
एक जून से फूलों की घाटी का कर सकेंगे दीदार
विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी पर्यटकों के लिए इस वर्ष एक जून को खोल दी जाएगी। नंदा देवी राष्ट्रीय वन प्रभाग इन दिनों घाटी में पर्यटकों के स्वागत की तैयारियों में जुटा है। पर्यटकों व ट्रैकिंग के शौकीनों के लिए फूलों की घाटी काफी मुफीद होती है। प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर घाटी में दुर्लभ हिमालयी वनस्पतियां पाई जाती हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
फूलों की घाटी में जैव विविधता का खजाना है। 500 से अधिक प्रजाति के फूल खिलते हैं। घाटी में पहला दल घांघरिया से एक जून को रवाना किया जाएगा। दल को घाटी में ट्रैक के बाद उसी दिन वापस आना होता है। यहां के लोगों के लिए 200 रुपये और विदेशी नागरिकों के लिए 800 रुपये ईको ट्रैक शुल्क निर्धारित है। घांघरिया में टूरिस्ट गाइड की भी सुविधा उपलब्ध रहेगी।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।