नियति का खेल, जिस दिन जन्मदिन, उस दिन घर पहुंचेगा जवान का पार्थिव शरीर
इसे नियति का खेल ही कहा जाएगा कि जिस दिन सेना के जवान का जन्मदिन है, उसी दिन उनका पार्थिव शरीर घर पहुंचेगा। जवान की मौत वाहन के खाई में गिरने से हुई थी।
बता दें कि बुधवार 20 जून को कुमाऊं रेजीमेंट के जवानों को ले जा रहा सेना का वाहन खाई में गिर गया था। हादसे में तीन जवानों की मौत हो गई थी और तीन जवान गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं। दुर्घटना न्यू जवाहलाल नेहरू रोड पर हुई। यह मार्ग गंगटोक को सोमगो झील और भारत-चीन सीमा के निकट नाथुला से जोड़ता है।
मृतकों में रामनगर निवासी हिमांशु नेगी पुत्र हीरा सिंह नेगी वर्तमान निवासी हेमपुर पांडे कॉलोनी, काशीपुर, ऊधमसिंहनगर और ताड़ीखेत निवासी ब्रजेश रौतेला पुत्र गोविंद सिंह के साथ ही एक जवान हरियाणा का निवासी है। बताया जा रहा है कि ट्रक में कुमाऊं रेजिमेंट के छह जवान सवार थे और ये गंगटोक की तरफ जा रहे थे, तभी चालक वाहन से नियंत्रण खो बैठा और यह 600 फुट गहरी खाई में जा गिरा। चालक और दो अन्य जवान की मौके पर मौत हो गई।
सैन्य सूत्रों के मुताबिक हिमांशु का पार्थिव शरीर आज दोपहर में बागडोरा से सेना के विशेष विमान से दिल्ली लाया जाएगा। दिल्ली से काशीपुर उसके आवास पर एंबुलेंस से बाई रोड लाया जाएगा। शनिवार को सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।
हेमपुर डिपो की पांडे कालोनी निवासी हिमांशु नेगी की नियुक्ति 27 मार्च 2019 को 7- कुमाऊं रेजीमेंट में बतौर सिपाही हुई थी। जम्मू कश्मीर में ड्यूटी करने के बाद वह पश्चिम बंगाल की बीनागुड़ी पोस्ट पर तैनात थे। 45 दिन का अवकाश पूरा करने के बाद वह दो जून को ही ड्यूटी पर लौटे थे। बुधवार की सुबह 11 बजे रेजीमेंट के कमांडिंग ऑफिसर ने हिमांशु की शहादत की खबर उसके स्वजनों को दी थी। हिमांशु नेगी के पिता हीरा सिंह ने बताया कि शुक्रवार देर रात बेटे का पार्थिव शरीर घर पहुंचने की संभावना है। आज ही उनके बेटे का 21वां जन्मदिन है।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।
बहुत दुखद घटना ओम् शान्ति?