उत्तराखंड में खस्ताहाल सड़कों को लेकर कैबिनेट मंत्री ने हमारे आरोपों पर लगाई मोहर, छह माह में 200 से ज्यादा मौतः धस्माना

उन्होंने कहा कि इतनी मौत के बाद भी राज्य व केंद्र की सरकारें मात्र ट्वीट कर दुख और शोक व्यक्त करने व मुआवजा राशि घोषित करने तक सीमित रह गई है। वहीं, कोई ठोस सड़क सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं। अपने कैम्प कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष धस्माना ने कहा कि अब तो सड़कों के खस्ता हाल पर हमारे आरोप पर राज्य के पीडब्लूडी मंत्री सतपाल महाराज भी खुद मोहर लगा रहे हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
धस्माना ने कहा कि खस्ता हाल सड़कों के कारण अकेले तीन बड़ी दुर्घटनाओं में जून पांच 2022 को डामटा उत्तरकाशी में 26 लोगों, 4 अक्टूबर 2022 को बस दुर्घटना में सिमड़ी पौड़ी गढ़वाल में 34 यात्री, 18 नवम्बर 2022 पल्ला जखोल चमोली गढ़वाल में मैक्स के दुर्घटनाग्रस्त होने पर 12 यात्रियों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा अन्य छोटे वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने से अलग अलग जगहों पर लगभग 125 लोगों की मौत पिछले छह महीनों में हुई है। जो सरकारी लापरवाही को दर्शाती है और यह एक एक बड़ा चिंता का विषय है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
कांग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि दुर्घटनओं को कैसे रोकें, इस पर सड़क परिवहन विभाग, पुलिस व लोक निर्माण विभाग के पास कोई ठोस कार्य योजना नहीं है। सबसे दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति तो यह है कि सड़कों के लिए जिम्मेदार विभाग के विभागाध्यक्ष जो कि मुख्य अभियंता भी हैं, उनका प्रमोशन व सेवा विस्तार कर दिया गया। घोटाले के आरोप स्वयं विभागीय मंत्री लगा रहे हैं। इसे लेकर विवाद छिड़ा हुआ है। वहीं, लोग खराब सड़कों के कारण दुर्घटनाओं में जान गवां रहे हैं। सरकार व नेतागण दुर्घटना घटने के केवल शोक व्यक्त करने व मुआवजा राशि घोषित करने कर औपचारिकता निभा रहे हैं। फिर अगली दुर्घटना तक लोग पिछली दुर्घटना को भूल रहे हैं।

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भानु बंगवाल
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।