लखीमपुर खीरी में शहीद किसानों की अस्थि कलश यात्रा पहुंची दून, गांधी पार्क में दी श्रद्धांजलि, जलाई कैंडिल

गौरतलब है कि किसानों का एक समूह उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की यात्रा के खिलाफ तीन अक्टूबर को प्रदर्शन कर रहा था, तभी लखीमपुर खीरी में एक एसयूवी (कार) ने चार किसानों को कुचल दिया। इससे गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने भाजपा के दो कार्यकर्ताओं और एक चालक की कथित तौर पर पीट कर हत्या कर दी, जबकि हिंसा में एक स्थानीय पत्रकार की भी मौत हो गई। इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे के साथ ही कई लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
अब कृषि कानून का विरोध कर रहे किसान लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए किसानों की अस्थि क्लश यात्रा निकाल रहे हैं। इसके तहत ही ये यात्रा आज उत्तराखंड की राजधानी देहरादून पहुंची। इस मौके पर हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि बीजेपी की हठधर्मिता के कारण किसानों से समझौता करने के बजाय जगह जगह किसानों पर सुनियोजित हमले हो रहे हैं। परिणामस्वरूप अब तक आंदोलन में सैकड़ों किसान शहीद हो चुके हैं। लखीमपुर खीरी के निर्दोष किसानों की हत्या ने पूरे देश को आन्दोलित कर दिया है। सभा गृह राज्य मन्त्री अजय शर्मा के इस्तीफे की मांग की है।
इस अवसर पर श्रद्धांजलि देने वालों में किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह सजवाण, महामन्त्री गंगाधर नौटियाल, प्रान्तीय कोषाध्यक्ष एवं देहरादून के पूर्व जिलापंचायत शिवप्रसाद देवली, महामंत्री कमरूद्दीन, महिला समिति की उपाध्यक्ष इन्दु नौडियाल, किसान यूनियन के परमेन्द्रर सिंह, नेक मौहम्मद, अयूब, केके गौतम, अर्जुन सिंह रावत ,सीटू अध्यक्ष किशन गुनियाल, महामंत्री लेखराज, एसएफआई के महामंत्री हिमांशु चौहान, उपाध्यक्ष भगवन्त पयाल, दयाकृष्ण पाठक, जगबीर शर्मा, विपिन खन्ना, विनोद कुमार, विपिन कुमार, मनमोहन सिंह, सतीश धौलाखण्डी, मामचंद, सीपीएम जिलासचिव राजेन्द्र पुरोहित, देहरादून सचिव अनन्त आकाश, वीरेंद्र रावत, देवराज, रीतेश, प्रियान्शु, नवनीत गुसांई, इन्देश मैखुरी, गंगाधर नौटियाल, बालेश बवानिया, जगदीश कुकरेती, एस एस रजवार, जाहिद अन्जुम, जगमोहन रावत, भूपेश कैन्थोला योगेश जोशी आदि शामिल थे।