15 फीसद स्थानांतरण की सीमा निर्धारित किए जाने से दुर्गम में तैनात शिक्षक नाराज, होगा आंदोलन
दुर्गम शिक्षक समन्वय मंच ने 15 प्रतिशत स्थानांतरण की सीमा निर्धारित किए जाने के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है। संगठन ने इसे दुर्गम क्षेत्रों में कार्यरत शिक्षकों का उत्पीड़न बताया है। इसके खिलाफ आंदोलन का एलान किया है। संगठन के प्रांतीय संयोजक सुजान बुटोला ने कहा कि यह निर्णय दुर्गम में कार्यरत शिक्षकों के हितों के खिलाफ है। जो सरकार की पक्षपाती नीति को प्रदर्शित करता है। यह आरोप लगाया कि सरकार सुगम क्षेत्रों में कार्यरत शिक्षकों को लाभ पहुंचाना चाहती है। एक ही सेवा शर्तों के साथ काम करने वाले शिक्षक-कर्मचारियों के साथ असमान नियम/व्यवहार करना संविधान के समानता के मूल अधिकार का भी हनन है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बुटोला ने सवाल किया कि जिन शिक्षकों की प्रथय नियुक्ति दुर्गम में हुई व सेवानिवृत्त भी वहीं से हो रहे हैं, उनके बारे में सरकार ने क्या सोचा है। कहा कि शारीरिक व मानसिक रूप से परेशान शिक्षकों से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की क्या उम्मीद की जा सकती है। सरकार शिक्षक ही नहीं, बल्कि बच्चों के साथ भी अन्याय कर रही है। कहा कि दुर्गम शिक्षक समन्वय मंच लंबे संघर्ष के लिए भी तैयार है। शिक्षक मुख्यालय में रहकर ही इस आंदोलन को मुकाम तक ले जाएंगे। जिसके लिए जल्द चरणबद्ध आंदोलन शुरू किया जाएगा।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।