मांगों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा से मिले शिक्षक और शिक्षणेत्तर कर्मचारी
मांगों को लेकर उत्तराखंड के 18 आशासकीय कॉलेज के शिक्षक तथा शिक्षणेतर कर्मचारी लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं। अब इसके तहत वे जनप्रतिनिधियों से मिलकर अपनी समस्या को रख रहे हैं। साथ ही उनसे समस्या के समाधान का अनुरोध कर रहे हैं। इसी कड़ी में एक प्रतिनिधिमंडल ने उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के आवास पहुंचकर उनसे मुलाकात की। उन्हें समस्याओं से संबंधित ज्ञापन दिया। साथ ही समाधान कराने की मांग की।
संघ के मुताबिक वे अब तक उत्तराखंड की राज्यपाल, मुख्यमंत्री, सांसद तथा प्रदेश के मंत्रियों को भी ज्ञापन दे चुके हैं। अभी भी अशासकीय कॉलेजों की मांग को लेकर कोई ठोस निर्णय सरकार के स्तर पर नहीं किया गया है। इसी क्रम में आज एक शिक्षक प्रतिनिधिमंडल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री विजय बहुगुणा से उनके आवास पर मिला।
उन्होंने उत्तराखंड के सहायता प्राप्त अशासकीय महाविद्यालयों में अनुदान की व्यवस्था पूर्व की भांति करने की मांग के निस्तारण के लिए उनसे पहल करने को कहा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य विश्वविद्यालय विधेयक, 2020 में वर्तमान में लागू उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम 1973 के कुछ महत्वपूर्ण प्रायोजन शामिल नहीं किए जाने से शिक्षको और कर्मचारियों को वेतन भुगतान की समस्या से जूझना पड़ रहा है।
इस प्रतिनिधिमंडल में विवेकानंद खंडूरी, डॉ पुष्पा खंडूरी, डॉ डीके त्यागी, डा राजेश पाल, डॉ हरबीर सिंह रंधावा, डॉ एस पी मित्तल, डॉ एच बी पंत, डॉ संदीप नेगी, डा हरीश जोशी, डॉ वी के डंग, डॉ विवेक त्यागी, डॉ रवि शरण दीक्षित आदि रहे। इसी के साथ साथ पिछले एक सप्ताह से जारी काली पट्टी बांधकर कॉलेजों में धरना प्रदर्शन भी किया गया। जिसमें कॉलेजों के शिक्षकों तथा शिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने भागीदारी की।