विभावनी भोर गोधूलि सी आज हुई भोर,आसमान में छाये बादल।घुमड़ -घुमड़ घनघोर,बरस रहा है अमृत जल। अंधकार मिटा कर,नन्हीं नन्हीं...
साहित्य
"इष्ट द्यवतौं बंदना" " दोहे " जख भी रौंला हम सदनि, लिंदवां तुमरू नाम.तुम इष्ट देवता हमरा , बड़ैं -...
"तुम फिकर मत करना तुम्हारी साल भर की फीस मैं दूंगी। और ड्रैस भी। किताबे और भी जरुरतों के सभी...
"ब्रह्म मुहूर्त का समय" अर्थात वह समय जिस समय अंधेरे पर उजाले की जीत होती है और सारी सृष्टि में...
जाहिल… सुनो बताऊं कैसा लिखो…ऐसा लिखो ना तैसा लिखो…जैसा है कुछ वैसा लिखो…लिखना चाहते हो तब लिखो…मैं बताता हूं तुम्हें...
पुरणि याद फाणा- पंगतौंम बैठि, कबि खॉड़ु खायी तुमन.हतौंम हत डाऴि , झौंड़ा-चौंफऴा गायी तुमन.. खॉड़ा की पंगत्यूंम बैठि, यख...
मैंने जीना सीखा हैसस्ताई में महँगे का भी सौदा करना सीखा है,जमीं पे नीड़ बना मैंने अंबर में उड़ना सीखा...
महान जनकवि बाबा नागार्जुन हिन्दी साहित्य के अग्रणी कवि के रुप मे जाने जाते हैं। वे संघर्ष के कवि के...
बहुत है…… खुल के मुस्कराने का जी चाहता है……पर गमो का कारवा भी तो बहुत है…….. उडना चाहती हूँ खुले...
एक----बच्चे नेआंसुओं मे डूबी नाव सी आंखों से मां को देखाबच्चे को बहता दिखा अफनि चेहरा दोनो एक दूसरे कोकिनारे...