युद्ध था भीषण कठिन वह, शत्रु चोटी पर चढ़े थे। वीर अपने कष्ट में थे , शिखर के पेंदे खड़े...
शिक्षक विजय प्रकाश रतूड़ी
बेटी के होने पर जब, जश्न मनाया जाएगा। बिना कृष्ण जब बेटी का। चीर सुरक्षा पाएगा। जब पिता की चढी...
"नेक ऐसी बेटिया" मिटाने पर भी झिलमिलाए, रेख ऐसी बेटियां। डांटने पर भी मुस्कराए, नेक ऐसी बेटियां। फूल की सुगंध...