पथ पर चलता जा हे पथिक! तू निर्भय होकर पथ पर अपने बढ़ता चल। राहों में कर रहीं इन्तजार ठोकरें...
शिक्षक एवं कवि
जाग जा हे! पथिक रात का घना अंधेरा, सुनसान सड़को पर राही गुम हो गए। जाग जा हे! पथिक, अब...
परिंदों का आशियाना मेरे मृदुल वन में जब, परिंदों की गुंजन होती है। हृदय खुश हो जाता तब, उनकी जब...
न निकले आंसू बेवजह आज दूरियां बनी है दिलों में, देख रहा मैं चारों ओर से। मैं तो बंधा रहूंगा...
नहीं घमंड मन में मुझे क्या घमंड होगा मन में, मैं तो मिट्टी का एक छोटा कण हूं। जनम इसी...
बीती यादें कुछ यादें छोड़ पीछे, ये दौर भी गुजर जाएगा। शायद यकीन है मुझे, फिर से जहान मुस्कुराएगा।। दुखी...
कद्र करना सीखो सख्ती सहन कर लो पिता की तुम, एक दिन काबिल बन जाओगे। गौर से सुनो बाते पिता...
लिखूं या ना लिखूं लिखूं या ना लिखूं, आज के हालातों पर। कौन कौन है कसूरवार यहां, हवा की तलवार,...
मैं हार गया करुण रुदन आज न जाने उर में क्यों, हृदय को यथार्थता मिल गई सारी। जिसके लिए प्राण...
रोजगार दो रोजगार दो रोजगार दो, कोई तो हमें कुछ उधार दो। बेरोजगार हूं, बेरोजगार हूं, सरकार जी कुछ तो...