वैसे तो पत्रकारिता का क्रेज युवाओं में इस कदर सिर चढ़कर बोल रहा है कि वे इसे करियर के रूप...
लोकसाक्ष्य स्पेशल
सब कुछ बार-बार नहीं होता। कई मर्तबा तो यह पहली बार होता है और फिर दोबारा नहीं होता। कई बार...
समाजसेवी अन्ना हजारे का आंदोलन और बड़ी संख्या में युवा वर्ग का उससे जुड़ना। शहर व गांव में युवकों ने...
50 वर्ष पूर्व उत्तराखंड के गांव की रंगत ही कुछ और थी। लोग शहरी सभ्यता से दूर रहते थे। उनका...
कई बार तो देखा गया कि शुरुआत में जिस चीज का विरोध होता है, बाद में वही काम की निकलती...
उन दिनों पोपटलाल जी काफी खुश नजर आ रहे थे। बात वर्ष 2013 की है। उन्होंने पहले से ज्यादा घूमना...
ये प्रकृति भी अजीबोगरीब खेल दिखाती है। कहीं सुख का अहसास कराती है, तो कभी इसका दुख रूपी ऐसा रूप...
30 जनवरी को हम शहीद दिवस के रूप में मनाते हैं। सेवा के दौरान निर्देशानुसार विद्यालयों में ठीक 11:00 बजे एक...
बचपन से आज तक देखता रहा हूं कि हम छोटी-छोटी बातों पर दूसरे पर निर्भर होते जा रहे हैं। चाहे...
सब छपा है, सब छपा है, आज इन अखबार में। मैं छपा हूं, तू छपा है, ये छपा है, वो...