पहले क्रिकेट कभी कभार ही टेलीविजन में देखने व रेडियो में सुनने को मिलता था। अब तो क्रिकेट की कोई...
लोकसाक्ष्य स्पेशल
कहते हैं कि बिना युद्ध के शांति नहीं होती। कभी-कभी युद्ध होना भी जरूरत बन जाती है। व्यक्ति हो या...
देश भी वर्तमान राजनीतिक व्यवस्था और नेताओं की करतूत हर दिन उजागर हो रही है। कैसे हो गए ये नेता,...
कहते हैं कि जब व्यक्ति को ठोकर लगती है, तभी वह संभलता है। इस जीवन की रीत ही यही है।...
विजय ने फेसबुक में नया-नया एकाउंट खोला। हर चेहरे को देखकर वह फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजता। कहीं से मंजूर हो जाती...
वर्त्तमान परिवेश में समाज में फैली असमानता और भेदभाव में सामाजिक न्याय की मांग अब और भी तेज हो गई...
उत्तराखंड में पिछले कई दिन से विधानसभा के चुनावों का शोर मचा हुआ था। यूपी और दूसरे राज्यों में अभी...
अक्सर छुट्टी का दिन हो तो सभी की यही कामना रहती है कि टेलीफोन की घंटी न बजे। साथ ही...
शादी हुई पर हुल्लड़ नहीं। दूल्हा सजा पर बैंड नहीं बजा। ना बाराती नाचे और न ही सड़कों पर जाम...
सुबह के समय पड़ोस में रहने वाले बुजुर्ग अपने बेटे पर किसी बात को लेकर नाराज हो रखे थे। वह...