जीवन का अंतिम सफर भी कैसा होता है इंसान चाहता कुछ और है पर कुछ और ही होता है जीने...
कविता
माता सरस्वती तू दैणी ह्वै जैई आशीष अपणु मीथै भी दे देई माता सरस्वती तू दैणी ह्वै जैई ज्ञानकु भंडार...
ये सिमरन न करो कि हम व्यस्क थे या कि हम अब वरिष्ठ हो रहे हैं जिओ तो ये सोच...
मेरा घर एक छोटा सा घर था मेरा था मेरे लिए महल बड़ा क्या बताऊं तुम्हें उसकी कहानी आता है...
चैतन्य सुमन हम बच्चे हैं मन के सच्चे धरती के हैं फूल सुनहरे। घर की रौनक़ हम बच्चे हैं मस्ती...
सबसे बड़ा योग परस्पर सहयोग ही तो सदा सबसे बड़ा योग है। एक रोटी जो हाथों में आई सुनो, कहती...
ज्योतिर्मय तू ज्योतिरूप बन अंधकार से लड़ता चल। ज्योतिर्मय तू ज्योति रूप है , ज्योति पुंज बन तम हरता चल॥...
कीर्तन जिसकी कीर्ति फैले सारे जिसने यह दुनिया बनाई है ध्यान लगा लो मन से भजलो जिसकी कीर्ति दुनिया ने...
मां पुण्यासणी मां पुण्यासणी का रूप निराला चारों तरफ होता है उजियारा साक्षात दर्शन देती है मैया सभी भक्तों की...
हे चांद तुम्हारे चरणों में मैं करवा भरकर लाई हूं लम्बी उम्र रखना पति की यह वरदान मांगने आई हूं।...