समय हूं मैं समय हूं मैं अच्छा था या बुरा, वक्त के साथ गुजर जाऊंगा। पर मुझे पता है, किसी...
श्याम लाल भारती की कविता
आखिर ये वक्त बीत ही गया कोई खो गया कोई सो गया, कोई मिल गया, कोई रो गया। कोई जीत...
आदतें छोड़ी तो नहीं बर्फ ने पिघलना, लकड़ी ने जलना धरती ने उगलना बादल ने गरजना आदतें छोड़ी तो नहीं,...
नहीं घमंड मन में मुझे क्या घमंड होगा मन में, मैं तो मिट्टी का एक छोटा कण हूं। जनम इसी...