महिला पहलवानों को सेंट्रल ट्रेड यूनियनों के कॉमन प्लेटफॉर्म का समर्थन, राष्ट्रपति को भेजे ज्ञापन
दिल्ली के जंतर मंतर में धरना दे रही महिला पहलवानों को सेंट्रल ट्रेड यूनियनों के कॉमन प्लेटफॉर्म ने समर्थन दिया है। इसके तहत आज मंगलवार को जिला प्रशासन के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजे गए। इसमें भाजपा सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग की गई है। सेंट्रल ट्रेड यूनियनों के साझा मंच की मांग है कि आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद ही बगैर दबाव मे प्रभावित किए बिना जांच को आगे बढ़ाया जा सकता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
देशभर में आइएनटीयूसी, एआईटीयूसी, एचएमएस, सीटू, एआईसीसीटीयू, एलपीएफ, यूटीयूसी आदि यूनियनों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजे। इसमें कहा गया है कि अपनी मेहनत से मेडल जीतकर देश का नाम रोशन करने वाले इन युवा पहलवानों को धरना स्थल-जंतर-मंतर पर हर तरह की परेशानी का सामना करना पड़ा। सबसे बुरा तब हुआ, जब तीन मई की रात को उन पर पुलिस ने हमला किया। तब वे बारिश से खुद को बचाने की कोशिश कर रहे थे और अपनी चटाई बदल रहे थे। कुछ बिस्तर पाने की व्यवस्था कर रहे थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
यही नहीं, एक महिला पत्रकार साक्षी जोशी को पुलिस ने पीटा, जिसके कपड़े फटे हुए थे। पुलिस कार्रवाई की जानकारी मिलने पर वह घटना स्थल से तथ्य जानने मौके पर पहुंची थीं। पहलवानों द्वारा उठाई गई आवाज, हमारी उन सभी महिलाओं के लिए न्याय की आवाज है जो उत्पीड़न का सामना करती हैं और न केवल उनकी आवाज सुनी ही नहीं जाती, बल्कि अपराधी के सत्ता में होने पर समाज की यातना और क्रोध का सामना भी करना पड़ता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
हम सभी इन युवा सेनानियों के साथ खड़े हैं और उनसे सभी स्तरों पर अपने ट्रेड यूनियनों का समर्थन करने, एकजुटता कार्यों को आयोजित करने, प्रदर्शनकारियों को समर्थन के संदेश भेजने का आग्रह करते हैं। ट्रेड यूनियनों ने अपनी मांग दोहराई कि सरकार बृजभूषण शरण सिंह को तुरंत गिरफ्तार करे और प्राथमिकी पर कार्रवाई करे क्योंकि एक प्राथमिकी में POCSO अधिनियम की भी मांग की गई थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
देहरादून में अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस ने भेजा ज्ञापन
देहरादून में अखिल अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस ने जिला प्रशासन के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। इसमें कहा गया कि बीजेपी सांसद के खिलाफ एफआईआर भी उच्च न्यायालय के निर्देश पर लिखी गई, जो कि नागरिकों के लोकतैांत्रिक अधिकारियों का उल्लंघन है। देश के लिए मेडल जीतने वाली महिला खिलाड़ियों को कुश्ती संघ के अध्यक्ष के ही शोषण का शिकार होना पड़ रहा है। एटक ने इस प्रकरण में शीघ्र कार्रवाई की मांग की। ज्ञापन देने वालों में उत्तराखंड एटक के सचिव अशोक शर्मा, जिला मंत्री अनिल उनियाल सहित अन्य शामिल थे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पहलवानों ने लगाए हैं ये आरोप
पहलवानों का आरोप था कि रेसलर फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने अपशब्दों का प्रयोग किया था और खिलाड़ियों को गाली भी दी थी। साथ की यौन शोषण के भी आरोप लगाए। पहलवानों ने कहा था कि हम यहां खेलने आए हैं। वो विशेष रूप से खिलाड़ी और राज्य को टारगेट कर रहे हैं। अध्यक्ष के खिलाफ सात महिला पहलवानों ने पुलिस को लिखित तहरीर भी दी है। इसमें एक नाबालिग पहलान भी शामिल है। इन महिला पहलवानों ने संघ अध्यक्ष पर यौन उत्पीड़न का भी आरोप लगाया है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में देश के शीर्ष पहलवानों की भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह द्वारा कथित यौन दुराचार के खिलाफ एक याचिका पर सुनवाई हुई थी। इसके बाद दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के आदेश का सम्मान करते हैं, लेकिन धरना जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि हमें दिल्ली पुलिस पर भरोसा नहीं, वह कमजोर प्राथमिकी दर्ज कर सकती है। अब इस मामले में केस भी दर्ज कर लिया गया है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।