छात्रों ने मांगी दशहरे की छुट्टी तो नाखून उखाड़कर दी यातनाएं, बौद्धमठ पर लगे ऐसे आरोप
देहरादून में राजपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक बौद्ध मठ में छात्रों से क्रूरता के आरोप लगे हैं। इस मामले में गोर्खाली समाजा के लोगों ने आवाज उठाई और छात्रों को मुक्त कराने की मांग कर रहे हैं। आरोप है कि बच्चों ने दशहरे की छुट्टी मांगी तो उन्हें मारा पीटा गया। उन्हें भूखा रखा गया। आरोप तो यहां तक हैं कि बच्चों के नाखून तक उखाड़कर उन्हें यातनाएं दी गईं।
बताया जा रहा है कि इस बौद्ध मठ में 60 से अधिक नेपाली बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। गरीब माता पिता ने बेहतर शिक्षा के लिए उन्हें यहां भेजा है। इन बच्चों के परिजनों ने नेपाल के मानवाधिकार आयोग से शिकायत कर मदद मांगी है। कांग्रेस नेता गोदावरी थापली ने इसे लेकर आवाज उठाई। इसके बाद गोर्खाली समाज के लोग भी मठ के खिलाफ खड़े हो गए। उन्होंने मठ की जांच और बच्चों की रक्षा की मांग की। इस संबंध में गोर्खाली समाज के लोगों का कहना है कि नेपाल की एंबेसी को सूचित किया जा रहा है। साथ ही पुलिस से भी शिकायत की गई है।
बताया जा रहा है कि बौद्ध मठ में 47 बच्चों के साथ मारपीट के बाद सात बच्चे गायब हो गए हैं। हैरानी की बात यह है कि मठ की ओर से अब तक पुलिस के पास शिकायत तक नही की। दूसरी ओर, बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष उषा नेगी तीन बजे मठ पहुंची और पूछताछ की। बच्चों के भागने पर उन्होंने मठ प्रबंधन की कार्रवाई पर खरी खोटी सुनाई।




