ग्राफिक एरा के छात्र एंटी बायोटिक रेजिस्टेंस पर करेंगे लोगों को जागरूक
देहरादून में ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय के छात्र छात्राएं अब लोगों को बीमारी पैदा करने वाले जीवाणुओं में बड़ रही दवा प्रतिरोधक क्षमता के बारे में जागरूक करेंगे। इसके लिए ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी में आज एक एक्सपर्ट टॉक का आयोजन किया गया। आज के कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले विश्विविद्यालय के छात्र-छात्राएं अब आम जनता को इस विषय पर जागरूक करेंगे। (खबर जारी अगले पैरे में देखिए)
माइक्रोबायोलॉजिस्ट सोसाइटी के ग्राफिक एरा स्थित उत्तराखंड चैप्टर के इस कार्यक्रम में सोसाइटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. ए. एम. देशमुख ने छात्र छात्राओं को बीमारी पैदा करने वाले माइक्रो ऑर्गेनिज्म में बड़ रही एंटी बायोटिक रेजिस्टेंस के बारे में जानकारी दी। उन्हें दावा किया की आने वाले पांच सालों में ये समस्या और बढ़ेगी। लंबे समय तक एंटी बायोटिक दवाओं के संपर्क में रहने के कारण बीमारी पैदा करने वाले जीवाणुओं पर ऐसे दवाएं असर करना बंद कर देती हैं। इससे बचने के लिए नई दवाओं पर अनुसंधान और सिंगल सेल प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों के नियमित सेवन जरूरी हैं। जानलेवा बीमारियों से बचने के लिए वैक्सीनेशन के साथ वैकल्पिक चिकित्सा प्रणाली भी अपनानी चाहिए। (खबर जारी अगले पैरे में देखिए)
इंडियन माइक्रोबायोलॉजिस्ट सोसाइटी का उत्तराखंड चैप्टर ग्राफिक एरा में है। विश्विद्यालय के बायोटेक्नोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, फिजियोथेरेपी, मेडिकल माइक्रोबायोलॉजी और नर्सिंग विभाग के छात्र-छात्राओं के साथ विश्वविद्यालय के अन्य छात्र भी इस के सदस्य हैं। बायोटेकोलॉजी के विभागाध्यक्ष, डॉ नवीन कुमार, विभाग के शिक्षक और छात्र-छात्राएं कार्यक्रम में माजूद रहे। डॉ. निशांत राय ने कार्यक्रम का कॉर्डिनेशन किया।

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।