उत्तराखंड में अगले माह से 50 फीसद क्षमता के साथ छात्रों को मिल सकती है स्कूल आने की अनुमति
पर्वतीय जनपदों में तो आनलाइन पढ़ाई संभव नहीं हो पा रही है। अधिकांश स्थानों पर नेटवर्क की समस्या है। न ही शिक्षक का मोबाइल चलता है और न ही कई गरीब छात्र के पास स्मार्ट फोन हैं। ऐसे में दूरदराज के कई इलाकों में तो शिक्षक की घर घर जाकर छात्रों को पढ़ाई की वर्कशीट दे रहे हैं।
उत्तराखंड में कोरना संक्रमण
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमितों के नए केस में उतार चढ़ाव जारी है। लगातार दो दिन मामूली बढ़ोत्तरी के बाद बुधवार को मामूली कमी आई है। राहत ही बात ये है कि लगातार दूसरे दिन बुधवार को किसी की मौत नहीं हुई। बुधवार 21 जुलाई की शाम स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटे में उत्तराखंड में 37 नए कोरोना संक्रमित मिले। एक दिन पहले मंगलवार 20 को कोरोना के 50 नए संक्रमित मिले थे। एक्टिव मरीजों की संख्या अब 643 रह गई है। प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू की अवधि अब 27 जुलाई की सुबह छह बजे तक है।
छोटी कक्षाओं को लेकर जल्दबाजी नहीं
फिलहाल यदि छात्रों को स्कूल बुलाया जाता है तो कक्षा छह से बड़ी क्लास के बच्चों को ही अनुमति मिल सकती है। छोटी कक्षाओं को लेकर क्या होगा, इसको लेकर बाद में फैसला लिया जा सकता है। तीसरी लहर में बच्चों पर कम असर की बात कहते हुए आईसीएमआर ने पहले प्राइमरी स्कूल खोलने की सलाह दी है। इधर, शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे का कहना है कि लगातार स्कूल बंद हैं, इससे पढ़ाई पर बड़ा असर पड़ रहा है। अब कोरोना वायरस का संक्रमण कम होता दिख रहा है। आने वाले दिनों में स्कूलों को खोलने पर विचार किया जा सकता है।
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भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।